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सिरोंज नगर पालिका कर्मचारियों के विरुद्ध फर्जी रसीद कट्टा छपवा कर धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है


 सिरोंज नगर पालिका कर्मचारियों के विरुद्ध फर्जी रसीद कट्टा छपवा कर धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है

विदिशा/सिरोंज/लटेरी । सिरोंज मे लगातार विवादों में बनी रहती है सिरोंज नगर पालिका नगर पालिका में अक्सर देखने में आया है कि कभी पार्षदों में आपसी मतभेद सामने आते हैं तो कहीं सत्ताधारी पार्टी के अध्यक्ष और पार्षदों में मनमुटाव देखने में आता है तो कभी नगर पालिका में नाश्ते पर किया गया खर्चा सामने आता है तो कभी सिरोंज तलाब की गंदगी पर लगातार सवाल उठते रहते हैं तू कभी आवास योजना को लेकर नगरपालिका पर आरोप लगते हैं तो कभी यातायात में सुधारना करना नगरपालिका द्वारा काम में आता है अब एक बहुत बड़ा मामला सामने आया है सिरोंज में भैंस पड़े का काम करने वाले कुछ व्यक्तियों द्वारा नगरपालिका के कर्मचारियों पर आरोप लगाया गया है कि उन्हें जो रसीद  नगरपालिका से मवेशियों को एक जगह से दूसरी जगह विक्रिय करने हेतु ले जाने के लिए दी जाती है वे रसीद फर्जी है यह पूरा मामला सामने जब आया कुछ व्यापारियों द्वारा मवेशियों से भरी हुई गाड़ी बिक्री करने के लिए दूसरे स्थान पर लेजाया जा रहा था वही रास्ते में अचानक गाड़ी पलट गई गाड़ी पलटने के बाद यह पूरा मामला पुलिस थाने चला गया जहां से पुलिस ने न्यायालय में इस मामले को पेश किया वही न्यायालय में जब व्यापारियों से रसीद मांगी तो व्यापारियों द्वारा जब न्यायालय में रसीद पेश की गई तो रसीद फर्जी पाई गई से व्यापारी उल्टे खुद फसते नजर आए वहीं व्यापारियों ने एकत्रित होकर सिरोंज नगर पालिका तहसील सिरोंज एसडीएम एवं सिरोंज थाने में इसकी शिकायत की शिकायत करने के बाद मालूम चला कि जिन नगरपालिका के कर्मचारियों ने यह घोटाला किया है उन घपला करने वाले कर्मचारियों के मोबाइल बंद  नजर आ रहे हैं और ना ही फ़िलहाल उनका कोई पता नहीं है कि वह कहां है और उन कर्मचारियों द्वारा किया गया घोटाले का रिकॉर्ड  नगरपालिका में नहीं है ना ही कोई रजिस्टर पर मवेशियों को विक्रिया करने हेतु दी गई रसीद का रिकॉर्ड उपलब्ध  है बताया जा रहा है कि लगभग 40 से 42000 का यह घपला सामने आया है लगभग 5 परसेंट के हिसाब से नगर पालिका द्वारा व्यापारियों से पैसा लेकर रसीद दी जाती  है लेकिन व्यापारीयों का कहना है कि हम लगातार एक नंबर में मवेशियों को गाड़ी में भरकर दूसरे स्थान पर बैचने के लिए ले जाते हैं और नगर पालिका द्वारा रसीद कटवाई जाती है लेकिन अब हमें मालूम चला कि नगर पालिका के कर्मचारी धोखा धड़ी कर भ्रष्टाचार का कार्य कर रहे थे वहीं प्रशासन से व्यापारियों ने मांग की है कि ऐसे कर्मचारियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए इस विषय में जब हमने नगरपालिका के सीएमओ से बात करना चाही तो उन्होंने फोन उठाना उचित नहीं समझा और जिन कर्मचारियों पर आरोप लगाया जा रहा है उन कर्मचारियों के फोन स्विच ऑफ आ रहे हैं अब देखना यह है कि इस मामले की जांच करके  दोषी पाए गए कर्मचारियों पर कार्यवाही होगी या फिर इस मामले को नजरअंदाज कर दिया जाएगा ,

 संवाददाता-अंकेश पटेल 

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