अक्षय तृतीया का पर्व मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए बेहद शुभ माना गया है और इस दिन को लेकर यह मान्यता है कि मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कुछ उपाय किए जाएं तो वह आपकी खाली झोली भर देती हैं और आपके घर में बरकत से भर देती हैं। अक्षय तृतीया पर किए गए हर कार्य का अक्षय फल प्राप्त होता है। इसलिए इस दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय भी बेहद शुभ फल प्रदान करते हैं और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद आपको मिलता है। आइए जानते हैं कौन से हैं ये उपाय।
अक्षय तृतीया जैसा शुभ मुहूर्त मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए सबसे खास माना जाता है। इस दिन खरीदारी करने के साथ ही दान पुण्य करने का भी विशेष महत्व होता है। इस दिन जरूरतमंद लोगों की मदद करना उन्हें जरूरत की वस्तुएं दान में देने से आपको अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है और मां लक्ष्मी आपसे प्रसन्न होती हैं। इस दिन के लिए हम आपको बता रहे हैं कुछ विशेष उपाय और क्या-क्या करना चाहिए दान।
अक्षय तृतीया पर धन वृद्धि का उपाय

अक्षय तृतीया पर जौ खरीदना और दान करना बहुत ही शुभ माना जाता है। मान्यता है कि जौ दान करना स्वर्ण दान करने के समान पुण्यदायी माना गया है। अक्षय तृतीया पर स्वर्ण खरीदने के साथ-साथ जौ भी जरूर खरीदें। ऐसा करने से आपके धन संपत्ति में वृद्धि होगी और मां लक्ष्मी भी आपसे प्रसन्न होंगी। अगर आप सोना खरीदने में सक्षम नहीं है तो उसके स्थान पर चांदी भी खरीद सकते हैं या फिर जौ का भी दान कर सकते हैं।
मां लक्ष्मी के साथ करें विष्णु भगवान की पूजा

अक्षय तृतीया के दिन मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की भी पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से भी मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और दांपत्य जीवन खुशहाल रहने का आशीर्वाद देती हैं। मां लक्ष्मी की कृपा से आपके घर में कभी धन वैभव की कमी नहीं होती। इसके साथ ही इस दिन गणेशजी का भी आह्वान करना चाहिए। इस दिन मां लक्ष्मी को मखाने की खीर का भोग लगाने से आपके घर की संपत्ति में वृद्धि होती है।
कलश दान

अक्षय तृतीया के दिन जल से भरे कलश का दान करना सबसे शुभ माना जाता है। सबसे पहले एक कलश लें और उसमें साफ जल भरकर उसमें थोड़ा सा गंगाजल मिलाकर उसे किसी गरीब जरूरतमंद को दे दें। मान्यता है कि ऐसा करने से सभी पुण्य के समान तीर्थ की प्राप्ति होती है।
इसलिए कहा जाता है अक्षय तृतीया

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार वैशाख मास की शुक्ल तृतीया को ब्रह्म देव के पुत्र अक्षय कुमार की उत्पत्ति हुई थी, इसलिए इस दिन को अक्षय तृतीया कहा जाता है। इस दिन पितरों का तर्पण करने और पिंडदान करने से आपको बेहद शुभ फलों की प्राप्ति होती है और अक्षय फल की प्राप्ति होती है। ऐसा करने से आपके पूर्वज आपसे प्रसन्न होते हैं और सदैव सुखी रहने का आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
अक्षय तृतीया पर इन चीजों का दान करें

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