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पुलिस ने किया अन्धे हत्याकाण्ड का खुलासा, मृतक के भाई भतीजे निकले आरोपी

 पुलिस ने किया अन्धे हत्याकाण्ड का खुलासा, मृतक के भाई भतीजे निकले आरोपी

बीते दिन 24 अप्रैल को उल्दन की धसान नदी के पुल के नीचे पानी में एक अज्ञात शव मिलने की सूचना चौकीदार के द्वारा थाना बहरोल में दी गई, जिसको देखने पर भक्कू के अंदर लगभग 30-35 वर्ष के पुरुष की सडी-गली लाश बड़े से पत्थर से बंधी हुई भक्कू के अंदर बंधी रखी थी, जिसकी पहचान नहीं हो पा रही थी। मृतक का पोस्ट मोर्टम डॉक्टर की टीम से कराया गया, जिसमें डॉक्टर के द्वारा मृतक की हत्या होना बताया गया, जिस पर से थाना बहरोल में अपराध क्रमांक 79/23 धारा 302,201 ता.हि. का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया, इस घटना ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी एवं प्रकरण गंभीर प्रकृति का होने से पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी के निर्देशन में अति० पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह एवं एसडीओपी शिखा सोनी के मार्गदर्शन में अनुविभाग स्तर पर टीम गठित कर अंधे हत्या काण्ड का खुलासा करने हेतु निर्देश दिये गये।

पुलिस द्वारा तत्परता पूर्वक कार्य कर उक्त हत्याकाण्ड में मृतक की शिनाख्त के संबंध में मुखबिर से जानकरी ली गई, तथा ग्राम वासियों से संपर्क कर पता लगाया कि ग्राम उमरई थाना बांदरी जिला सागर का करण सिंह लोधी करीब एक माह से गायब है, और उसके घर वालों के द्वारा करन सिंह की किसी भी थाने में गुमशुदगी कायम नही कराई है। तत्काल मृतक के फोटो एवं उसके शरीर में जो निशान एवं कपड़े थे, उसकी शिनाख्त घर वालों के द्वारा कराई गई, जिनके द्वारा करण सिंह लोधी पिता माखन सिंह लोधी उम्र 30 साल निवासी ग्राम उमरई का होना बताया। इस संबंध में ग्राम वासियों पडोसियों  एवं अन्य मुखबिरों से जानकारी ली गई, तब पता चला कि करन का उसके परिवार के लोगो से आये दिन विवाद होना परिवार के भाई-भतीजे द्वारा ही घटना घटित करना बताया। जिसके आधार पर मृतक के भाई कल्याण सिंह पर्वत सिंह रामजी लोधी और उसके भतीजे बृजेश लोधी को हिरासत में लेकर बारीकी से पूछताछ की गई, जिनके द्वारा पूछताछ के दौरान बताया गया कि मृतक करन सिंह लोधी अधिक शराब व गांजे का सेवन करता था, जिससे उसका दिमाग चढ़ सा गया था, जिससे आये दिन गाली गलौच करता रहता था, घर की औरतों को भी गाली गलौच करता था, गांव में लोगो की चोरी करता था, गांव के लोग करन से परेशान थे और हम लोगो को शिकायत करते थे, करन के द्वारा किये जा रहे कार्यों के कारण गांव में पूरे परिवार की बदनामी होती थी, परिवार के लोग करन को मारपीट कर समझाते थे, इस कारण से घर में रोज विवाद होता था। परिवार के लोग काफी परेशान हो चुके थे। करन की हरकतों से परेशान होकर करन के भतीजे बृजेश सिंह लोधी, बड़े भाई कल्याण सिंह, भाई पर्वत सिंह एवं भाई रामजी लोधी ने निपटाने व करन से पीछा छुटाने का फ़ैसला किया। और मृतक करन सिंह लोधी के साथ अपने निवास परिसर में ही डण्डा, लात, चांटों से मारपीट की जिससे करन बेहोश होकर जमीन पर गिर गया, उसे मरा हुआ समझ कर उन चारों लोगो द्वारा करन के पेट पर पत्थर बांध कर उसे भक्कू में बांध कर स्वयं के ट्रेक्टर ट्राली से ग्राम उमरई से दसान नदी के पुल पर आकर नदी के पानी में फेंक दिया।

निरीक्षक कृपाल मार्को थाना प्रभारी शाहगढ़, उनि० मकसूद अलि याना प्रभारी बरायठा, उनि० कविता दिवेदी, सउनि० सी. के. भारद्वाज चौकी प्रभारी सेसई, प्रआर0  जयपाल सिंह, आर0  देवन्द्र रैकवार, आरक्षक यशवंत, आर0  सतपाल, आरक्षक राजदीप तिवारी, आर. सौरभ रैकवार, अमित तिवारी, सायबर सेल सागर की सराहनीय भूमिका रही।

संवाददाता : आनंद रावत

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