ऐतिहासिक वीरांगनाओं और महापुरुषों के मंचन से जीवंत हो उठा इतिहास
बुंदेली दमोह महोत्सव के 12 दिन महोत्सव में नारी सम्मान एवं महापुरुषों के किरदार निभाए गए जिसका 10 को तो द्वारा तालियों की गड़गड़ाहट के साथ खूब प्रशंसा की गई साथी स्वर श्री मैं गायकों ने अपने स्वर से लोगों को आनंदित किया।
बुंदेली दमोह महोत्सव के 12वीं दिवस की शुरुआत अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं पूजन से किया गया अतिथियों में जयपाल यादव सरपंच, मंटू खटीक सरपंच, सोनू निकल ठाकुर सरपंच, विजय जैन पार्षद, राजू बगीरा पार्षद, मिक्की चंदेल सभापति नगर पालिका दमोह, अमर सिंह राजपूत सभापति नगर पालिका दमोह, अमित त्यागी पार्षद, संजय चेतराम पटेल पार्षद, कपिल सोनी पार्षद, विक्की सेन पार्षद, मनीष शर्मा पार्षद, रघु श्रीवास्तव पार्षद, पप्पू कसौटया सभापति नगर पालिका, राजा रौतेला सभापति नगर पालिका, कृष्णा तिवारी पार्षद, बिहारी माखीजा पूर्व पार्षद, श्रीमती दुर्गेश नंदिनी, भाजपा नेता, श्रीमती विजयलक्ष्मी चौबे, श्रीमती संगीता राजपूत वरिष्ठ भाजपा सरदार सिंह, राजेंद्र चौबे, श्रीमती छाया साहू, श्रीमती गायत्री वंसवर्ती, मोनू राजपूत पार्षद रहे जिनका महोत्सव समिति अंग वस्त्र पहनाकर सम्मानित किया गया। कला संगीत एवं कवित्री श्रीमती बबीता चौबे का अंतराष्ट्रीय काव्य प्रेमी मंच द्वारा डॉ ममता सैनी तंजानिया के भारत को जाने महाग्रंथ में मिजोरम राज्य पर चौपाई एवं मध्यप्रदेश महिमा गीत लेखन करने जो वर्ग रिकॉर्ड, लिम्का बुक रिकार्ड इंडिया बुक रिकार्ड में दर्ज है।, एवं विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी संस्था युवक क्रांति संगठन संयोजक सुधीर जैन विद्यार्थी का महोत्सव समिति द्वारा स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
बुंदेली दमोह महोत्सव के 12वे दिवस मुख्य प्रस्तुति में नारी सम्मान एवं महापुरुष किरदारों के मंचन की रही जिसमें सतयुग से लेकर स्वतंत्रता आंदोलन के समय को लेकर विभिन्न महापुरुषों एवं वीरांगना के किरदारों को निभाया गया जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे इतिहास जीवंत हो उठा हो। हमारे अतीत के वीरांगना और महापुरुषों के किरदारों को निभाने में मुख्य रूप से नारी सम्मान में डॉ सुधा मलैया, मोनिका चिले, प्रतिभा तिवारी, आकांक्षा असाटी, श्यामा उरेती, रितु पांडे, गिरजा साहू, वर्षा रैकवार, उषा पांडे, आराधना राय, संगीता राजपूत, रजनी साहू लवी गुप्ता, दीपिका इटोरिया, रूपाली जैन मैना अंजलि शडये, खुशबू तिवारी, ममता परसोरिया, सुनीता गुप्ता, महापुरुषों में कपिल सोनी, कमल करोसिया, डॉ प्रफुल्ल शर्मा, पवन जैन, अखिलेश सिंह घोसी, अमित वर्मा, राहुल जैन, हरी रजक, सत्यम चौबे, शैलेंद्र जैन, भरत राय, अभी झारिया, नीलेश परोचे, आर सी जैन, अवध विहारी गौतम, विजय साहू, रोशन कुमार, रंजीत परोचे आदि ने निभाया। सभी किरदारों का निर्देशन डॉ सुधा मलैया द्वारा किया गया किरदारों का मेकअप अखिलेश गोस्वामी द्वारा किया गया। अंत में महोत्सव समिति के सचिव प्रभात सेठ, विवेक शेंडेय, सिद्धार्थ मलैया, मनीष तिवारी द्वारा सभी का अंग वस्त्र पहनाकर सम्मानित किया गया।
13 दिवस बुन्देली दमोह महोत्सव मे दोपहर में सरपंच उपसरपंच पूर्व सरपंच एवं सचिवों का सम्मेलन आयोजित किया गया । जिसमें विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों ने अपनी सहभागिता निभाई सम्मेलन का उद्देश्य वर्तमान में नवनिर्वाचित सरपंचों एवं सचिवों से उनकी पंचायतों से संबंधित विभिन्न प्रश्नो एवं समाज मे जागरूकता पर भी सुझावों पर चर्चा की गई। जिस पर जनप्रतिनिधियों के द्वारा अपने-अपने विचार सम्मेलन में रखे गए। यहा मंचीय कार्यक्रम मे इमालिया घाट से पधारे लोक गीत कलाकार श्री गोपाल सिंह लोधी,भारती अरोरा,हाकम लोधी,पं नंदराम तिवारी,अज्जू सिंह,भोला लोधी,चंदन राठौर ने शानदार मनोरंजक लोक गीतों के माध्यम से समा बांधा ।
बुंदेली लोक गीत पार्टी में गोपाल लोधी, भारतीय अगैरा, हाकम सिंह, नंदराम तिवारी, अज्जू सिंह, भोला लोधी, चंदन राठौर ने लोक संगीत गायन किया। 28 अप्रैल से चल रहे महोत्सव में उपाध्यक्ष केप्टन वाधवा, मोहित संगतानी, घनश्याम पाठक, आलोक सोनवलकर, लक्ष्मी कांत तिवारी, दिनेश प्यासी, कृष्णा तिवारी, अभिलाष हजारी, अजय सिंह , देवेंद्र सिंह राजपूत, संजू यादव, जयपाल राजपूत, लालू जैन, राजू नामदेव, देवेंद्र जैन, कामेश शर्मा, मयंक वाधवा, धर्मेंद्र रोहित, सौरभ रोहित, भरत भट्ट, आदि सभी निरंतर महोत्सव में सहयोगी रहे।
संवाददाता : कृपाल कुर्मी
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