प्रशासन बेखबर 2020 में पुल बहा 25 ग्रामो का मुख्य सडक से आवागमन बँद
सँजय सरोवर बाँध के लापरवाह कर्मचारियों के द्वारा अचानक रात्रि एक बजे एक साथ दस गेट ऊपर तक खोलने की वजह से पुल टूट गया , और मजे की बात तो यह थी कि शासन के अधिकारी भी उस दिन भीमगढ मे थे और तत्कालीन कलेक्टर एस पी भी पहुँचे थे उस समय २६ मकान बह चुके थे
जिनकी मुआवजा राशि भी दी गई
परँतु स्थानीय नेताओ ने जरा भी ध्यान नही दिया ,
जब ग्राम के नवयुवको ने देखा कि अब हमारा ग्राम और इससे लगे बीस से पच्चीस ग्रामो का मुख्य सडक से आवागमन बँद हो चुका है तब जन सहयोग से ग्रामीणो ने ही दो दिनो मे मार्ग बना डाला , और एक बार नही कम से कम दस बार नदी मे मार्ग बना चुके है
लेकिन आज दिनाँक तक विधायक साँसद
और न ही शासन के अधिकारियों ने इस ओर ध्यान दिया है
अब प्रश्न उठता है कि आखिर ग्रामीण जन बरसात मे कहाँ से आवागमन करेँगे ,
घूम कर बाँध के ऊपर से जाने मे २२ किलोमीटर का रास्ता तय करना पडता है
वही रास्ता नदी पार करके जाने मे १३ किलोमीटर है
पिछली बरसात मे पाँच मौतें हो चुकी है ,जिन्हे समय पर उपचार नही मिला और वे देर से छपारा पहुँचे , ग्रामीणो का कहना है कि पुल को जब बनना है तब बनेगा लेकिन हमे वैकल्पिक मार्ग बनाकर दीजिये
लेकिन अफसोस की बात है कि दस पाँच लाख भी कोई अधिकारी या जनप्रतिनिधि भीमगढ के लिए खर्च करने को तैयार नही है
ऐसे मे जनता का कहना है कि हम चुनाव मे ऐसे नेताओ को सबक सिखाएँगे जिन्होने हमारे ग्राम के लिये कुछ नही किया
संवाददाता : नितिन सोनी
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