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जिला पंचायत अध्यक्ष हीरासिंह राजपूत के खिलाफ लामबंद हुए सदस्य, गेट पर धरना देकर नारेबाजी की

 जिला पंचायत अध्यक्ष हीरासिंह राजपूत के खिलाफ लामबंद हुए सदस्य, गेट पर धरना देकर नारेबाजी की

जिला पंचायत सदस्य से लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष सागर का निर्विरोध चुनाव जीतने वाले हीरासिंह राजपूत के खिलाफ  26 में से 20 जिला पंचायत सदस्यों ने बगावत कर दी है. इन सदस्यों ने क्षेत्र के विकास के लिए बजट नहीं मिलने और काम नहीं होने के कारण जमकर नाराजगी जताई है. सदस्यों ने साधारण सभा की बैठक के बाद जिला पंचायत कार्यालय में  नाराजगी जताई और गेट पर धरना देकर नारेबाजी की. राजस्व मंत्री गोविंद राजपूत के भाई हीरासिंह जिला पंचायत सागर के अध्यक्ष हैं. इस घटनाक्रम को प्रदेश की भाजपा की राजनीति में चल रही उठापटक से जोड़कर भी देखा जा रहा है. ज्यादातर सदस्य भाजपा समर्थक हैं. 

सागर जिला पंचायत की साधारण सभा की बैठक 5 महीने बाद बुलाई गई. क्षेत्र में विकास कार्य न होने से नाराज जिला पंचायत के 20 सदस्यों ने साधारण सभा की बैठक का बहिष्कार कर दिया.इनके क्षेत्रों में कोई काम नहीं हो रहा है.प्रशासन और अध्यक्ष कोई सुन नहीं रहा है बजट नहीं आने से परेशानी बढ़ी हुई है.इसके चलते सदस्यों ने गेट के बाहर आकर  अध्यक्ष हीरासिंह राजपूत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. काफी देर तक हंगामा चला.

अध्यक्ष हीरासिंह राजपूत वहां पहुंचे और सदस्यों को समझाइश देने लगे.इसी बीच सदस्य पति इंदरसिंह ने एक साल में सदस्यों के क्षेत्र में काम न होने और बजट न देने की बात कही.इस पर हीरा सिंह राजपूत ने उनसे कह दिया कि नेतागिरी मत करो.जिससे सदस्यों का आक्रोश बढ़ गया. बात बिगड़ती देख अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत कुछ नरम पड़े और सदस्यों को चेंबर में बुला लिया.काफी देर तक उनके बीच चर्चा चली.जिला पंचायत अध्यक्ष हीरासिंह राजपूत का कहना है कि शासन से बजट नहीं आया.मैं बजट के संबंध में मुख्यमंत्री से मिलकर आया हूं. वित्तीय अधिकार मुझे भी नहीं हैं. मैंने सभी सदस्यों से चर्चा की है. उनकी समस्या का समाधान करेंगे. सीईओ को बुलाकर जरूरी काम कराने के लिए प्रस्ताव मंगाए हैं.

जिला पंचायत सदस्य पति इंदर सिंह का कहना है कि एक साल हो गया है. जिला पंचायत से एक पैसे का काम नहीं हुआ. दो करोड़ 80 लाख का फंड आया था. वह कहां गया. 26 में से 20 सदस्यों की यही नाराजगी थी. एक ट्यूबवेल का काम नहीं करा पा रहे. नाली, सड़क नहीं है. उस पर अध्यक्ष कह रहे हैं कि नेतागिरी मत करो. हम अध्यक्ष बना सकते हैं तो गिरा भी सकते हैं.बैठक का बहिष्कार करने वालों में जिला पंचायत सदस्यों में शारदा खटीक, इंजीनियर ज्योति पटेल, गोलू राय, तुलाराम, अजीत सिंह, खुशीलाल अहिरवार मुख्य रूप से मौजूद थे.

संवाददाता : हेमंत लड़िया

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