मध्यप्रदेश में कांग्रेस भाजपा को किस जाति के कितने वोट मिलेंगे

चुनाव जीतने में वोटों की भी अहम भूमिका होती है. राजनीतिक पार्टियों जातिगत वोटों को आकर्षित करने के लिए भी अलग से रणनीति तय करती हैं इसे ध्यान में रखते हुए उम्मीदवारों का चयन होता है. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव  में ओबीसी ब्राह्मण राजपूत एससी और एसटी वोटर किस पार्टी की तरफ अपना रुख करेंगे इसको लेकर इंडिया टीवी सीएनएक्स का एक ओपिनियन पोल सामने आया है जिसके नतीजे हैरान करने वाले हैं. 

अन्य पिछड़ा वर्ग  का वोट

ओपिनियन पोल के नतीजे बताते हैं कि भाजपा के खाते में कम से कम 61 फीसदी अन्य पिछड़ा वर्ग का वोट आ सकता है, जबकि केवल 29 फीसदी ही कांग्रेस को समर्थन करेंगे और अन्य दलों के खाते में 10 फीसदी वोट जा सकते हैं.

ब्राह्मण समाज का वोट

ब्राह्मणों के वोट की बात करें तो अधिकांश वोट भाजपा को ही जाते दिख रहे हैं. 82 फीसदी ब्राह्मण मतदाता भाजपा को वोट कर सकते हैं जबकि कांग्रेस को 10 और अन्य दलों को 8 फीसदी मत मिलने के आसार हैं. 

राजपूत समाज का वोट

सवर्णों में राजपूत वोट की बात करें तो 72 फीसदी मतदाता भाजपा को, 19 फीसदी कांग्रेस और 9 फीसदी अन्य पार्टियों के लिए वोट कर सकते हैं. राजपूत और ब्राह्मण को हटाने के बाद बची हुई अन्य उच्च जातियों में 78 फीसदी वोट भी भाजपा को ही मिलता दिख रहा है और यहां भी कांग्रेस पिछड़ती लग रही है. कांग्रेस को केवल 15 फीसदी वोट मिलते दिख रहे हैं. 

अनुसूचित जाति  और अनुसूचित जनजाति का वोट किसको

हालांकि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग में कांग्रेस का दबदबा दिख रहा है. अनुसूचित जाति के वोटरों के 50 फीसदी वोट कांग्रेस को मिल सकते हैं जबकि केवल 21 फीसदी ही भाजपा को समर्थन करते दिख रहे हैं. वहीं अनुसूचित जनजाति के 30 फीसदी वोट भाजपा को और 59 फीसदी कांग्रेस को मिलने के आसार हैं. अब मुस्लिम वोट की बात करें तो यहां कांग्रेस भाजपा से बहुत आगे हैं.

मुस्लिम वोट किस तरफ

राज्य के 80 फीसदी मुस्लिम मतदाता कांग्रेस को वोट दे सकते हैं जबकि भाजपा को केवल 7 फीसदी मुस्लिम मतदाताओं के वोट मिलने के आसार हैं.