महान नदी में की जा रही धान की खेती
ग्रामीणों ने उपखण्ड अधिकारी एवं तहसीलदार को दिया शिकायती आवेदन।
ग्राम मजौना के महान नदी को भी कई स्थानीय लोगों ने अपने कब्जे में लेकर खेती बाड़ी शुरू कर दिया है। कई बार शिकायतें भी की गयीं लेकिन राजस्व अमला अतिक्रमण रोकने में नाकाम साबित हुआ है। राजस्व विभाग के लापरवाही से महान नदी का अस्तित्व भी खतरे में पड़ते दिखाई दे रहा है। मजौना के कई ग्रामीणों का आरोप है कि मजौना के महान नदी के रकवे में स्थानीय कुछ लोगों द्वारा खेती बाड़ी की जा रही है जिससे नदी का अस्तित्व भी धीरे-धीरे मिटता जा रहा है और महान नदी में मवेशियों को पानी पीने से कब्जेधारियों एवं सरहंगों के द्वारा रोका जा रहा है। विरोध करने पर लोगों को कई धाराओं में फसाने की धमकी भी दी जा रही है। बताया जा रहा है कि इसकी शिकायत उपखण्ड अधिकारी एवं तहसीलदार के यहां की जा चुकी है इसके बावजूद स्थानीय राजस्व अमला कार्रवाई करने से परहेज कर रहा है। राजस्व विभाग की हीला- हवाली से महान नदी की भूमि में बेजा कब्जा करने वाले सरहंग अतिक्रमणकारियों का हौंसला दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। मवेशियों को पानी पीने से रोके जाने पर विवाद की स्थिति भी आये दिन निर्मित हो रही है। ग्रामीण राघव प्रसाद मिश्रा, रामप्रसाद मिश्रा, अमरेन्द्र कुमार सहित अन्य ने इस ओर कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक का ध्यान आकृष्ट कराया है।
संवाददाता :आशीष सोनी
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