विश्व विद्यालय छतरपुर द्वारा की जा रही भारी अनियमितताएं, परेशान छात्रों द्वारा लिखा गया राज्यपाल को आवेदन-पत्र
गत वर्ष घोषित परीक्षा परिणामों में महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय छतरपुर द्वारा भारी अनियमिताएं की गई जिससे छात्र छात्राओं में काफी असंतोष व्याप्त है, बीए बीएससी के परीक्षा परिणामों में छात्रों को शून्य अंक दिए गए जिसके चलते छात्र छात्राओं ने दमोह कलेक्ट्रेट में ज्ञापन दिया, छतरपुर जाकर कुलसचिव को ज्ञापन दिया हटा कालेज से आवेदन ईमेल किये गए जिसका यूनिवर्सिटी द्वारा कोई जवाब नहीं दिया, छात्रों का कहना है डेढ़ महीने बीत गए आरटीआई लगाए किन्तु उसका भी कोई जबाब नहीं आया, छात्रों कहना है हमें पूरा विश्वास है हम परीक्षा उत्तीर्ण कर सकते थे लेकिन यूनिवर्सिटी द्वारा हमारी समस्या को नजरंदाज किया जा रहा है।
विश्व विद्यालय छतरपुर द्वारा ना ही अब तक पुनर्मूल्यांकन का रिजल्ट आया है और छात्रों से सप्लीमेंट्री परीक्षा की फीस भरा ली गई है छात्रों कहना है कि दस दिन बाद जब रिजल्ट आयेगा तो सप्लीमेंट्री की परीक्षा फीस वापिस होने का कोई प्रावधान नहीं है कई छात्र छात्राएं गांवों से आते हैं जिनके माता-पिता मजदूरी करके जैसे तैसे फीस इकठ्ठी करते हैं और विश्व विद्यालय द्वारा मनमाने ढंग से पैसे लूटे जा रहे हैं जिससे छात्रों की मुश्किलें और भी बढ़ जाती है और मानसिक तड़पना झेलनी पड़ती है। विश्व विद्यालय की इस मनमानी को लेकर महाविद्यालय हटा के छात्रों द्वारा राज्यपाल को आवेदन-पत्र लिखकर न्याय की मांग की गई ताकि उनके द्वारा की गई मेहनत का परिणाम उन्हें मिल सके और दोषी मूल्यांकन कर्ता पर उचित कार्रवाई हो सके।
आवेदन कर्ता - राजेन्द्र सिंह राजपूत, लोकेश पटेल, बासू जोशी, राजधर अठया, भानू प्रताप, अभिषेक अहिरवार, आसमानी कोरी एवं अध्यनरत समस्त छात्र-छात्राएं...
संवाददाता:राजधर अठया
0 Comments