दशमत रावत पेशाब कांड के पीड़ित की राजनीति में एंट्री
मध्यप्रदेश के सीधी जिले में 5 जुलाई को हुए पेशाब कांड का वीडियो पूरे देश भर में वायरल हुआ।जिसके बाद सीधी जिला और सीएम शिवराज खासे चर्चांओं में रहे। इस वायरल वीडियो में आदिवासी युवक दशमत रावत पर पेशाब करने की घटना हुई थी। जिसके बाद मध्यप्रदेश सरकार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी का घर बुलडोजर से ढहा दिया था। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दशमत को अपने घर बुलाया और उसके पैर धोकर माफी मांगी।पांच महीने बाद दशमत फिर से गुमनाम हो गए हैं।उनकी मदद करने के लिए सरकार की ओर से कोई आगे नहीं आया है। विपक्ष भले ही इस मामले को आज भी उठा रही हो लेकिन मदद के नाम पर दशमत रावत के पास कोई नही गया।
दशमत रावत बोले मुझे कुछ भी नहीं मिला
दशमत रावत से हुई बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि "उस समय कहा गया था कि बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था की जाएगी। घर ओर नौकरी भी दी जाएगी।न तो बच्चों की पढ़ाई की कोई व्यवस्था हुई और न ही नौकरी की कोई बात कही गई है। हमारी शुरूआत से ही एक मांग थी कि मेरे गांव की सड़क बनाव दी जाए, और आज भी यही मांग है।
भीम आर्मी में जाने की वजह
दशमत रावत ने बताया कि राजनीति में जाने की कोई खास वजह नहीं है, जो नेताओं ने वादा किया था वो आज तक पूरा नहीं किया है, इसी कारण आजाद समाज पार्टी में शामिल होने का मन है।
संवाददाता:आशीष सोनी
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