आसन बैराज डेम में आए डूब क्षेत्र के लोगों ने ठेकेदार पर लगाये घटिया कार्य करने के आरोप
आसन बैराज डेम में आए डूब क्षेत्र में गदाल के पुरा के विस्थापित होने वाले 43 परिवारों को शासन द्वारा आवंटित की भूखंड पर कार्य शुरू. छोंदा के पास न्यू आर.टी.ओ. ऑफिस के पास में कॉलौनी बिकसित की जा रही है. जिसका कार्य चल रहा है, वहां पर पड़े मुरैना शहर के कचरे, पोलीथिन को उसी गड्ढे में ठेकेदार द्वारा भरवायी जा रही है। और ऊपर से मिट्टी डलवाई जा रही है। मिट्टी डलवाकर कॉलौनी के लिये जगह तैयार की जा रही है. इसी भूखंड के समीप ही आसन नदी निकली हुई है जिसका पानी जमीन पर भरा रहता है. इस नदी का बरसात के मौसम में जलस्तर बड जाता है और नदी पानी इस जमीन पर भरा रहता जिसकी वजह से बैठक लेने की संभावना है. लोगों का कहना है की पहले कचरे को हटाकर फिर मिटटी से भराव करे जिससे की जगह ठोस हो और इस तरह का आरोप लोगों ने लगाये, इस तरह के घठिया कार्य से भविष्य में आगे वह जगह बैठक भी ले सकती है जिसके कारण जान व माल दोनो का भारी नुकसान हो सकता है। जिसका जिम्मेदार कौन होगा. ?
ठेकेदार द्वारा इस तरह का घठिया कार्य करने की, गदाल के पुरा के लाभान्वित परिवारो ने कड़ी निंदा की और शासन व प्रशासन से इस बिषय पर संज्ञान ले और इस कार्य को सही ढंग से कराया जाये। कॉलौनी का टेंडर लगभग 4 करोड 36 लाख का हुआ है जिसके एग्रीमेन्ट में साफ लिखा है कि वहां पडे उस कचरे को पूरी तरह से साफ करके उस गडढे को पुनः मिट्टी से भरकर सही ढंग से कार्य किया जाये।
ठेकेदार और निरीक्षण करने आये अधिकारीयों ने गदालपुरा के लोगों को आश्वासन दिया है कि यहाँ पड़े कचरे , पोलीथिन से भराव नहीं भरेगे. जमीन को समतल मिट्टी से भराव पूरा करेगे
संवाददाता : किशोर कुशवाहा
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