मैजिक एप से बात करके बुलाकर भोली- भाली आदिवासी लड़कियों को बनाया शिकार 7 लड़कियों से रेप
अनपढ़ ब्रजेश ने यूट्यूब से सीखा वॉइस चेंज का तरीका, दो साल में कई छात्राओं से किया रेप
मध्यप्रदेश के सीधी रेप केस में नया खुलासा हुआ है। मुख्य आरोपी ब्रजेश ने यूट्यूब के जरिए आवाज बदलने का तरीका सीखा। पीड़ित लड़की ने उसके हाथ पहचानकर आरोपी को पकड़वाया। बताया जा रहा है कि एक छात्रा ने आरोपी के जले हाथ देखे थे। इसी से पुलिस को उसे खोजने में आसानी हुई। सीधी जिले में कॉलेज में पढ़ने वाली सात आदिवासी छात्राओं से बलात्कार का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बताया जा रह है कि बलात्कार पीड़िताओं की संख्या और भी बढ़ सकती है। फिलहाल इस रेप कांड की शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने तीन आरोपियों को हिरासत में लिया है। इनमें मुख्य आरोपी ब्रजेश प्रजापति है। सीधी रेप कांड में पुलिस आज आधिकारिक तौर पर खुलासा करेगी।
आरोपी ब्रजेश अनपढ़ है। वह मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करता है। 30 साल के ब्रजेश ने दो शादियां की हैं। पहली पत्नी को उसने छोड़ दिया था। दूसरी पत्नी से उसकी एक बच्ची है। बीते वर्षों में वह महाराष्ट्र के कल्याण और नासिक में रोलिंग मिल में काम करता था। इसके बाद वह जबलपुर पहुंचा। वहां उसे रोलिंग मिल में काम मिल गया। दो साल पहले हुए एक हादसे में उसके दोनों हाथ जल गए थे। इसके बाद उसने रोलिंग मिल का काम छोड़ दिया था।
दो दोस्तों के साथ की पूरी वारदात
सूत्रों के मुताबिक फुरसत के दिनों में वह यूट्यूब पर वीडियो देखता रहता था। यहीं से उसे मैजिक वॉइस एप की जानकारी मिली। ज्यादा खोजबीन के बाद उसने अपने फोन में मैजिक वाइस एप डाउनलोड कर लिया। यहीं से पूरा खेल शुरु हुआ। उसने अपने दो दोस्तों राहुल प्रजापति और संदीप प्रजापति को साथ में लिया और आदिवासी छात्राओं को झांसे में लेने की साजिश रची।
ग्रुप से निकाले मोबाइल नंबर
ब्रजेश के एक दोस्त ने कॉलेज के व्हाट्सएप ग्रुप से छात्राओं के मोबाइल नंबर निकाले। यहीं से घटनाक्रम शुरु हुआ। ब्रजेश अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर एक एक कर छात्राओं को फोन करता। मैजिक वॉइस एप से वह लड़की की आवाज में बात करता था। आरोपी बातचीत में कॉलेज की टीचर के नाम का इस्तेमाल करते थे। छात्राओं को किसी तरह का संदेह ना हो इसलिए उन्हें स्कॉलरशिप का झांसा दिया जाता। जब छात्राएं आरोपियों के झांसे में आ जाती तो उन्हें सुनसान इलाके में बुलाकर रेप किया जाता।
बदनामी के डर से नहीं की शिकायत
पहले तो बदनामी के डर से ये छात्राएं शिकायत करने से बच रही थीं। हालांकि जब छात्राओं की हिम्मत जवाब दे गई तो चार स्टूडेंट्स ने पुलिस में शिकायत कर दी। इसके बाद मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने पहले ब्रजेश और फिर उसके दो दोस्तों को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे तीन महीने से छात्राओं से बलात्कार कर रहे थे। लेकिन माना जा रहा है कि ब्रजेश यह काम करीब 2 साल से कर रहा था। पुलिस अधिकारी इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि आरोपियों ने कितनी छात्राओं को शिकार बनाया है।
इस तरह आरोपी तक पहुंची पुलिस
पुलिस में शिकायत करने वाली एक पीड़ित छात्रा ने बताया कि उसके साथ बलात्कार करने वाले आरोपी के दोनों हाथों पर जलने के निशान हैं। इससे पुलिस को मुख्य आरोपी ब्रजेश प्रजापति तक पहुंचने में आसानी हुई। सीधी पुलिस ने तीन दिन में आरोपियों को धरदबोचा। उससे पूछताछ के बाद पुलिस ने बाकी दो आरोपियों को भी धरदबोचा।
और भी ज्यादा हो सकती है पीड़ितों की संख्या
इस मामले में आईजी रीवा रेंज महेंद्र सिंह सिकरवार का कहना है कि आरोपी मैजिक ऐप के जरिए छात्राओं से लड़की की आवाज में बात करते थे। उन्हें स्कालरशिप के लिए सुनसान जगह पर बुलाकर बलात्कार किया करता था।
संवाददाता : आशीष सोनी
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