मध्य प्रदेश के चम्बल घाटी में बेखौफ खनन माफिया दे रहे है, शासन और प्रशासन को चुनौती
चम्बल कमिश्नर को पिछले कुछ दिनों से सूचनाएं मिल रही थीं कि खनन माफिया खुलेआम मंडी लगाकर खंडा-पत्थर बेच रहे हैं. इसी सूचना पर कमिश्नर ने माइनिंग विभाग को कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. कमिश्नर के निर्देश पर माइनिंग विभाग के अधिकारी सिविल लाइन टीआई रामबाबू यादव के साथ कार्रवाई करने निकले. नेशनल हाईवे पर पुलिस को 3 ट्रैक्टर-ट्रॉली खंडा-पत्थर से भरे हुए शहर की ओर आते दिखाई दी. पुलिस ने उनको पकड़ने का प्रयास किया तो भगदड़ मच गई. इस भगदड़ में खनन माफिया दो ट्रैक्टर-ट्रॉली भागकर ले जाने में सफल हो गए मुरैना जिले में सक्रिय पत्थर व अवैध रेत माफिया इस कदर बेखौफ हो गए हैं कि उनके धंधे में खलल डालने वालों को ही रास्ते से हटाने तक से गुरेज नहीं कर रहे हैं। स्थिति यह है कि पुलिस वालों को भी कुछ नहीं समझ रहे हैं। खनन कर पत्थर ले जा रहे ट्रैक्टर ट्राली ड्राइवर को सिविल लाइन थाना क्षेत्र में पुलिस टीम ने रोकने का प्रयास किया तो दुस्साहसी ड्राइवर ने टीआइ को ट्रैक्टर ट्राली से कुचल देने की कोशिश की। मगर सिविल लाइन थाना प्रभारी ने अपनी सूझबूझ दिखाकर अपनी जान बचाई। पुलिस ने अवैध पत्थर से भरी ट्रैक्टर ट्राली को जब्त कर लिया गया है। साथ ही ट्रैक्टर चालक और मालिक के खिलाफ सिविल लाइन थाना में कार्रवाई की जा रही है। ट्रैक्टर ड्राइवर को पकड़ लिया गया है।और मालिक फरार हो गया।
टीआइ ने पेड़ के पीछे भागकर अपनी जान बचाई। हादसे में बुरी तरह घायल हो गए। जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें ग्वालियर रेफर कर दिया गया है। खनन माफिया पहले भी कर चुके हैं ऐसी ही घटना को अंजाम. गौरतलब है कि 8 मार्च 2012 को अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई करने गए एक 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार को ट्रैक्टर से कुचल दिया गया, जिससे उनकी मौत हो गई। हाल ही में अवैध रेत उत्खनन के दौरान एक शिक्षक को ट्रैक्टर ट्राली से कुचलकर मार दिया गया
संवाददाता - किशोर कुशवाहा
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