बारिश में जर्जर हालत में सड़कें, नगर निगम और प्रशासन की खुली पोल
शहर का सबसे चर्चित सड़क नेशनल हाइवे 552 मुरैना-सबलगढ़ हैं. इस मार्ग पर बड़े - बड़े गड्डे हो जाने की वजह से छोटे वाहनों से लोग गिरते पड़ते निकले। इतना ही नहीं बड़े वाहनों को भी डर रहता हैं पलटने का अगर ऐसा होता हैं तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है रात के वक़्त लोगों को नहीं को नहीं दिखाई देते गड्डे.इस मार्ग पर गहरे गड्ढे हो जाने की वजह से बारिश का पानी भर जाता है। इन गड्ढों को भरवाने के लिए नगर निगम ने मामूली गिट्टी डलवा दी, लेकिन बारिश में यह गिट्टी ऊंट के मुंह में जीरा साबित हुई और दो दिन नहीं चली। फिर से उस रोड पर गड्ढे व कीचड़ हो गया है। मुरैना बैरियर चौराहे से जौरा को जाने वाली रोड पर सड़क के दोनों तरफ गहरे गड्ढे हो गए है. यहां आए दिन ई-रिक्शा व ट्रेक्टर ट्रालियां पलट जाती है. निगम प्रशासन ने उन गड्ढों में सफेद गिट्टी डलवा दी। गिट्टी घटिया क्वालिटी के होने के कारण उसने कीचड़ का रुप ले लिया। वहीं दूसरी तरफ बहुत कम मात्रा में डाली गई गिट्टी जमीन में धंस गई और गड्ढे फिर से उभर आए। हालत यह हो गई कि बारिश में गड्ढें तो पानी से लबालब रहे वहीं दूसरी तरफ सड़क में कीचड़ हो गया जिससे उस पर चलना दुर्लभ हो गया। कीचड़ होने के कारण जौरा रोड पर कई दो पहिया वाहन फिसल गए जिससे उनके सवारों को चोटें आईं। समय रहते नहीं दिया ध्यान तो हो सकती है बड़ी अनहोनी. लोगों की शिकायत के वाबजूद भी जिम्मेदार अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान
संवाददाता : किशोर कुशवाहा
0 Comments