गांव वालों को देवी-देवताओं की कसम खिलाता है, जमीनों और घरों पर कोटवार का कब्जा, कलेक्टर से की हटाने की मांग
ग्राम पंचायत टेमनी के गांव धावडी के एक सैकड़ा से ज्यादा ग्रामीण आज ऐसी ही समस्या लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने जयस के युवा प्रभाग के नेता जितेंद्र सिंह इवने और समाजसेवी हेमंत सरयाम के साथ कलेक्टर से मुलाकात की। ग्रामीण ग्राम कोटवार मानिकराव को हटाने की मांग कर रहे थे।
डायल हंड्रेड बुलवाकर गांव वालो को पुलिस के चक्कर में फंसवा देता है। उसने कई आदिवासियो के घरों, उनके खेतो और जमीन पर कब्जा कर लिया है। जो मामले गांव में मिल बैठकर सुलझ सकते है। उसमे भी वह पुलिस वालो को शामिल करवाकर गांव वालो को फंसा देता है। न तो वो ग्राम सभा में आता है। न ही गांव वालो को किसी तरह की सूचना देता है।।
60 साल की सजी बाई की यह अकेली परेशानी नहीं है। उसके जैसे कई आदिवासी महिलाए और पुरुष है जो गांव धावड़ी के कोटवार से तंग है। रामराव यूइके तो और भी प्रताड़ित है। उसका घर कोटवार के घर के बाजू में ही था। वह इतना परेशान हुआ की उसे घर छोड़कर ही जाना पड़ा।
ग्रामीणों की शिकायत है
कोटवार पद पर पदस्थ मानिकराव बामन कोई भी शासकीय योजना और कार्यों की जानकारी नहीं देता। शासकीय भूमि और व्यक्तिगत भूमि, राशन दुकान और वितरण से जुड़े कोई भी मुनादी नही करता हैं। प्रशासन की योजना के बारे में जानकारी नहीं दी जाती हैं। लोगों के साथ अभद्र व्यवहार करता हैं और शासकीय एव सामाजिक कार्यों के लिए मुनादी कार्य करने के लिये पैसा मांगता है।
ग्राम कोटवार के खिलाफ 15 अगस्त 2024 के पर्व पर ग्राम सभा में कोटवार को हटाए जाने के बारे में ग्राम सभा में प्रस्ताव पास किया गया था। हालांकि, आज (गुरुवार) को तक ग्राम कोटवार पर कोई उचित कार्यवाही नहीं हुई हैं। ग्राम कोटवार ग्राम धावडी के आदिवासीयों को आदिवासीयों के देवी देवताओं की कसम खिलाता है।
संवाददाता : विशाल कुमार धुर्वे
0 Comments