केंद्र से सोयाबीन की MSP 8 हजार प्रति क्विंटल करने की मांग, कहा- लागत बढ़ी, लेकिन उत्पादन घट रहा किसान संघर्ष समिति ने सौंपा ज्ञापन
किसान संघर्ष समिति ने शनिवार को मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। इसमें किसानों ने सोयाबीन की एमएसपी 8 हजार रुपए प्रति क्विंटल करने की मांग केंद्र सरकार से की है।
किसानों ने कहा कि मध्य प्रदेश को सोयाबीन उत्पादन की अधिकता के चलते सोया स्टेट का दर्जा मिला था, लेकिन शासन की किसान विरोधी नीतियों के चलते ये दर्जा बचाय रखना अब चुनौती बन गया है। केंद्र सरकार ने किसानों से आमदनी दोगुनी करने का वायदा किया था।
लेकिन किसानों की आमदनी आधी हो गई है। केंद्र सरकार ने इस साल (2024) सोयाबीन का समर्थन मूल्य 4 हजार 892 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है। लेकिन सरकार ने एमएसपी पर सोयाबीन की खरीद नहीं करने के कारण किसानों को 1000-1200 रूपए प्रति क्विंटल सोयाबीन बेचना पड़ा।
बाजार में किसानों से सोयाबीन 12 साल पुराने भाव 3800-4000 रुपए प्रति क्विंटल पर खरीदा जा रहा है।
उचित दाम नही मिलने और कम उत्पादन के चलते प्रदेश में सोयाबीन का रकबा कम हो गया है। जिस कारण धान और मक्का की खेती करना शुरू की जा रही है। लेकिन प्राकृतिक अनियमितता के कारण धान और मक्का की फसलें काफी प्रभावित हुई हैं।
पहले प्रति एकड़ 7-8 क्विंटल उत्पादन होता था। लेकिन अब उत्पादन 4-6 क्विंटल प्रति एकड़ हो गया है। जबकि लागत दोगुनी हो गई है। ज्ञापन पत्र में मुख्यमंत्री से सोयाबीन में कम फसल होने का सर्वे कराकर राजस्व मुआवजा और फसल बीमा का तत्काल भुगतान कराने की मांग भी की गई।
संवाददाता : विशाल कुमार धुर्वे
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