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माडा में युवाओं की जिंदगी बर्बाद कर रहा सूरदास का गांजा,खुलेआम बिक रही पुड़िया एसपी के नशा मुक्ति अभियान पर पानी फेर रहें थानेदार साहब,क्या होगी कार्रवाई...?

 माडा में युवाओं की जिंदगी बर्बाद कर रहा सूरदास का गांजा,खुलेआम बिक रही पुड़िया  एसपी के नशा मुक्ति अभियान पर पानी फेर रहें थानेदार साहब,क्या होगी कार्रवाई...?

 जिले में पुलिस कप्तान की कुर्सी जब से सुश्री निवेदिता गुप्ता ने संभाली है। तब से अवैध कारोबारीयों व नशे के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई कर अवैध कार्यों से जुड़े लोगों की कमर तोड़ कार्यवाही की है। साथ ही एसपी ने सभी थाना-चौकी के प्रभारीयों को निर्देश दिए है कि सभी प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करें। एसपी द्वारा नशा मुक्ति अभियान जैसें तरह-तरह के अभियान चला कर नशे के खिलाफ कार्रवाई कराई गई है। एक तरफ समूचे जिले में एसपी की कार्यप्रणाली की वाहवाही हो रही है। तो वहीं दूसरी तरफ  माडा थाना प्रभारी एसपी साहब के आदेश को नजर अंदाज करते दिख रहे हैं। ताजा मामला माडा थाना क्षेत्र से प्रकाश में आया है,प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम छतौली में सूरदास नामक व्यक्ति नशे का व्यापार कर रहा है। सूरदास द्वारा अपने घरों में लंबे दिनों से गांजा बेच रहा है,लोग बताते हैं कि अपने घर की महिलाओं को आगे लाकर कारोबार को लंबे दिनों से अंजाम दे रहा है। अब देखना होगा कि माडा थाना प्रभारी गांजे के कारोबार में संलिप्त युवक के खिलाफ कब कार्रवाई करते हैं या फिर ऐसे ही सूरदास के  द्वारा माडा में नशा के कारोबार को अंजाम देता रहेगा।

युवाओं की जिंदगी बर्बाद कर रहा सूरदास

वैसे तो कहने के लिए कहा जाता है कि शहरी क्षेत्रों के अपेक्षा ग्रामीण अंचलों में नशे का ग्राफ कम है, लेकिन वर्तमान में इन  बातों का कुछ अर्थ नहीं दिख रहा है। शहर के साथ-साथ ग्रामीण अंचल में भी नशे का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। अब सुख, शांति वाला गांव-गांव नहीं रहा। नशे का जाल बन गया है। माफियों द्वारा गांव में भी अपनी पैठ जमा कर नशे के कारोबार को अंजाम दे रहे हैं, लोग बताते हैं कि सूरदास खुलेआम व्यापक स्तर पर गांजा बेचकर युवाओं की जिंदगी बर्बाद करने पर तुला है। सबसे आश्चर्य की बात तो यह है सब जानते हुए भी माडा पुलिस अनजान का किरदार निभा रही है। ऐसे में माडा पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान उठ रहे हैं।

प्रभारी उदासीन,पुलिसिंग व्यवस्था ठप्प, रोजाना यहां लिखें जाते है मुकदमे

माडा थाना प्रभारी के स्थानांतरण के बाद माड़े थाने की कमान हाल फिलहाल में प्रमोशन होकर बने उपनिरीक्षक नृपेंद्र सिंह को सौंपी गई थी। देखा जाए तो जिले में नृपेंद्र सिंह से सीनियर उप निरीक्षक सेवा दें रहे है, लेकिन एसपी साहब ने उन्हें कुछ अलग सोच के साथ माडा थाने की  जिम्मेदारी सौंपी थी। परंतु माडा थाना प्रभारी एसपी साहब के मसूबों पर पानी फेरने का काम कर रहे हैं उम्मीद थी कि साहब आएंगे माडा थाना क्षेत्र में बेहतर पुलिसिंग के साथ-साथ नशा,रेत,जैसे गंभीर अपराध पर लगाम लगाएंगे लेकिन उम्मीद टूटती नजर आ रही है ऐसा लगता है कि थानेदार साहब अंदर ही अंदर किसी लंबी बीमारी से ग्रसित है,जिससे थाना क्षेत्र में अपना एक्टिव रूप नहीं दिखा पा रहे हैं। थाने में रोजाना मारपीट के मामले पंजीबद्ध हो रहे हैं। थाने में रोजाना मुकदमे दर्ज होने से ऐसा प्रतीत होता है कि माडा क्षेत्र में पुलिस का भय समाप्त हो गया है। अब सत्यता क्या है ये तो जांच का विषय है। लेकिन एसपी साहब को माडा थाना पर नजर रखना होगा।

संवाददाता : पंकज तिवारी

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