विडियो लिंक : https://www.youtube.com/watch?v=CiwWIkk5Yhs
आपको बता दे 15 नवंबर को भारतीय जनता पार्टी की सरकार जहाँ 'धरती आबा' भगवान बिरसा मुंडा जी की 150वीं जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप मे मना रही थी लेकिन हाल ही मे गाडरवारा विधानसभा के ग्राम डंगहा (चाँदनखेड़ा) में आयोजित "जनजाति गौरव दिवस" व भूमिपूजन कार्यक्रम में सम्मिलित होने बतौर मुख्य अतिथि परिवहन एवं स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह पहुंचे थे जहाँ एक ओर भाजपा जनजातीय समुदाय, उनकी कला एवं परंपरा को आगे बढ़ाने की बात कह रही है वही दूसरी ओर उन्ही के परिवहन एवं स्कूल शिक्षा मंत्री आदिवासियों के आराध्यों का अपमान कर रही आप वीडियो मे देखेगे की दीपक की ज्योति जल रही है व भगवान् बिरसा मुंडा की फोटो पर माल्यार्पण भी किया गया है मंत्री उदय प्रताप सिंह ने यहाँ भी जूता उतारना मुनासिफ नहीं समझा आप साफ तौर पर देख सकते है क्या यही है भाजपा का आदिवासियों का सम्मान यह फोटो व वीडियो देखने के बाद आदिवासी समाज आक्रोशित नजर आ रहा है, चुनाव के वक्त वोट बैंक को साधने भाजपा के नेता आदिवासियों के साथ खाना खाते हुए फोटो शूट करवाते हैं लेकिन भाजपा नेताओं के पास जूता खोलने का समय ही नहीं रहता, वैसे भाजपा के कैबिनेट मंत्री राव उदय प्रताप सिंह भारतीय तिरंगा के अपमान से लेकर अतिथि शिक्षकों को मेहमान कहकर सुर्खियां बटोर चुके हैं वैसे अब देखना दिलचस्प होगा कि मोहन सरकार के कैबिनेट मंत्री खुलेआम आदिवासियों के आराध्य भगवान बिरसा मुंडा जी का अपमान कर रहे हैं इस पर सुशासन की सरकार में भारतीय जनता पार्टी अपने चहेते मंत्री की हरकत पर क्या कदम उठाती है....
संवाददाता : दीपक मालवीय
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