मनगवां धान खरीदी केंद्र में चार दिनों से बंद है खरीदी
किसानों ने समय पर धान तुलाई समय पर न करने, अधिक धान लेने के आरोप लगाए
मनगवां धान खरीदी केंद्र में किसानों से 40 किलो 500 ग्राम की जगह ले रहे 41 किलो धान और 100 बोरी में एक बोरी अतिरिक्त, पल्लेदारी 6 रुपए प्रति बोरी अलग से
किसान के सवाल पर समिति के कंप्यूटर ऑपरेटर ने किसान से मीडिया के सामने कहा नहीं नहीं तुलेगी धन जाओ।
रैपुरा के मनगवां स्थित रावतपुरा सरकार धान खरीदी केंद्र में चार दिनों से धान खरीदी बंद होने से किसान परेशान हैं। कई किसानों के स्लॉट की अंतिम तिथि निकल गई तो कई छह सात दिनों से खरीदी केंद्र में धान रखकर तौलाई के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं परंतु धान नहीं ली जा रही। वहीं बाहर ट्रैक्टरों की लाइन लगी है लेकिन उन्हें अंदर नहीं आने दिया जा रहा। हमने खरीदी केंद्र पहुंचकर किसानों से बात की तो किसान मीडिया देख कर उमड़ पड़े। किसानों ने कहा कि खरीदी केंद्रों में इतनी धांधलियां हो रहीं है परंतु कोई अधिकारी न तो देखने आता है न समस्या सुनने।
कुछ किसानों ने बताया कि हम छः सात दिनों से धान लाकर खरीदी केंद्र में रखे हैं। आज स्लॉट का आखिरी दिन था। खरीदी केंद्र वाले कह रहे हैं कि वारदाना नहीं है। परंतु वारदाना दो दो से तीन दिनों से नहीं है। पहले समय से तौलाई नहीं करते इसलिए बहुत सारे किसान परेशान हैं। वहीं कुछ किसानों ने दूसरी बार स्लॉट बुकिंग की थी नियम के मुताबिक अब दोबारा स्लॉट बुक नहीं कर सकेंगे।
हमे वहां मिले कुछ किसानों ने बताया कि हम पहले अपनी धान बेच चुके हैं। हमसे एक बोरी में 41 किलो तक धान ली गई और सौ बोरी में एक बोरी धान अतिरिक्त ली गई है किसानों ने बताया कि पल्लेदारी अलग से ली जा रही है जबकि पल्लेदारी का पैसा किसान को नहीं लगता शासन से आता है। यह रवैया सिर्फ एक खरीदी केंद्र का नहीं है। बल्कि यहां चल रहे सभी खरीदी केंद्र इसी ढर्रे पर चल रहे हैं। जिन अधिकारियों को इनकी निगरानी का जिम्मा दिया गया है वह इन खरीदी केंद्रों पर जाते ही नहीं। न ही किसानों से इनकी समस्याएं सुनते हैं। किसान लुटने के लिए मजबूर हैं।
जब हम खरीदी केंद्र प्रभारी से बात करने पहुंचे तो वहां समिति के कंप्यूटर ऑपरेटर मिले। जब एक किसान ने अपनी समस्या बताते हुए तेज आवाज में कहा कि यह दूसरी बार था जब मैने स्लॉट बुक किया चार पांच दिनों से धान नहीं तौल रहे। मेरी अंतिम तिथि निकल गई अब क्या होगा। इस पर वहां बैठे ऑपरेटर साहब भड़क गए और किसान से बोले नहीं तुलेगी तुम्हारी धान जाओ। फिर जब हमने कहा कि आप लोग किसानों से अधिक तौल और सौ बोरी पर एक बोरी अधिक धान तथा पल्लेदारी अलग से क्यों ले रहे तो बोले किसान कुछ भी बोले हम उसमें कुछ नहीं कर सकते।
संवाददाता : ललित शर्मा
वीडियो लिंक :https://www.youtube.com/watch?v=UdQiMOQ5lYs
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