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भूत पिशाच निकट नहीं आवै, क्या वाकई में इस चौपाई से भूत-प्रेत भागते हैं?

 भूत पिशाच निकट नहीं आवै, क्या वाकई में इस चौपाई से भूत-प्रेत भागते हैं?

भगवान हनुमान कलयुग के देवता है. हिंदू धर्म में ईष्ट देवों की पूजा के लिए मंत्र उच्चारण किया जाता है. ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास बताते हैं कि, हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ लाभकारी होता है. इसका पाठ करने से समस्त परेशानियां दूर होती हैं. गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित हनुमान चालीसा का पाठ बहुत लाभकारी है. लेकिन इसकी कुछ चौपाईयों का भी जाप यदि आप नियमित रूप से कर लें तो भी बहुत लाभ होगा. कहा जाता है कि रामचरितमानस तथा हनुमान चालीसा की एक-एक चौपाई भगवान शिव द्वारा रचित शाबर मंत्र है. कई लोग हनुमान चालीसा का पाठ केवल रट्टा मारकर कर लेते हैं लेकिन इसका अर्थ नहीं समझ पाते. यदि आप इसका अर्थ समझेंगे तो पवनपुत्र को निकट पाएंगे. इसलिए श्रद्धापूर्वक और अर्थपूर्ण तरीके से हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. हनुमान चालीसा की एक चौपाई में कहा गया है- भूत-पिशाच निकट नहीं आवे। महाबीर जब नाम सुनावे।। क्या आप जानते हैं इसका अर्थ क्या है और क्या सचमुच इस चौपाई को पढ़ने से भूत-पिशाच भाग जाते हैं. हनुमान चालीसा की यह चौपाई बहुत उपयोगी है. जो लोग भयभीत रहते हैं या उन्हें अज्ञात भय सताता है उन्हें नियमित रूप से इस चौपाई का जाप करना चाहिए. इससे मानसिक भय दूर होता है. यह हनुमान चालीसा की 24वीं चौपाई है, जिसका अर्थ है- जहां महावीर यानि हनुमानजी का नाम सुनाया जाता है, वहां भूत-पिशाच पास नहीं भटक सकते

वीडियो लिंक : https://www.youtube.com/watch?v=Rdyz0UDQRzU

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