Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

Responsive Advertisement

मध्य प्रदेश में खाद को लेकर विपक्ष ने कृषि मंत्री को घेरा

 मध्य प्रदेश में खाद को लेकर विपक्ष ने कृषि मंत्री को घेरा   

                                                                               


 मध्य प्रदेश में किसानों को खाद मिलने में आने वाली परेशानी को लेकर विपक्ष ने विधानसभा के भीतर भी अपनी आवाज को बुलंद किया. उन्होंने कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना को घेरने की कोशिश की. हालांकि, कृषि मंत्री ने स्पष्ट कहा कि यूक्रेन युद्ध के कारण खाद को लाने में 25 दिन की देरी हो गई. मध्य प्रदेश में खाद की समस्या को लेकर कांग्रेस लगातार भारतीय जनता पार्टी की सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है. विधानसभा के भीतर भी नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कृषि मंत्री से जवाब मांगा. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के सीहोर में 60 घंटा तक किसानों को लाइन में लगा पड़ा. इससे एक बुजुर्ग की मौत तक हो गई. इसके अलावा छतरपुर में किसान के पेर की हड्डी टूट गई. छतरपुर में खाद को लेकर काफी मारामारी की स्थिति निर्मित हुई. इसके अलावा दमोह, विदिशा में भी खाद की समस्या को लेकर किसानों ने प्रदर्शन किया. सरकार किसानों को सही समय पर उचित मात्रा में खाद तक उपलब्ध नहीं कर पाई. कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना ने कहा कि यूक्रेन युद्ध की वजह से हाथ को लाने में थोड़ा वक्त अधिक लग गया, जिसकी वजह से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ा. हालांकि पूरे मध्य प्रदेश में स्थिति सामान्य थी. कुछ स्थानों पर जरूर किसानों ने प्रदर्शन किया, मगर सब कुछ नियंत्रित था. उन्होंने कहा कि विपक्ष गलत आरोप लगा रहा है. किसानों के मुद्दे पर हमेशा पक्ष और विपक्ष एक दूसरे के आमने-सामने रहता है. इसकी सबसे बड़ी वजह है कि मध्य प्रदेश में किसान ही सरकार तय करते हैं. मध्य प्रदेश की 60% से अधिक विधानसभा सीट ग्रामीण क्षेत्र की है जहां कृषि पर आधारित लोगों द्वारा विधायक चुना जाता है. कृषि मंत्री प्रदेश में खाद संकट के लिए यूक्रेन युद्ध को बहाना बना रहे हैं और कह रहे हैं कि खाद से उनका कोई संबंध नहीं है।यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि यह सरकार किसानों की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है।
वीडियो लिंक : https://www.youtube.com/watch?v=Agiisjbsb5E

Post a Comment

0 Comments