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हटा विधानसभा की राजनीति में मचा घमासान, भाजपा प्रदेश कार्यालय तक पहुंची जनपद अध्यक्ष चुनाव की तकरार

 हटा विधानसभा की राजनीति में मचा घमासान, भाजपा प्रदेश कार्यालय तक पहुंची जनपद अध्यक्ष चुनाव की तकरार

दमोह जिला की हटा विधानसभा अंतर्गत आने वाली जनपद पंचायत हटा मे जनपद अध्यक्ष का पद रिक्त होने के करण अध्यक्ष पद के निर्वाचन सम्बधी प्रक्रिया दिनांक 10 जनवरी 2025 को सम्पन्न हुई थी।
प्रक्रिया मे भाजपा पार्टी के ही दो सदस्यों मे चुनाव हो रहा था। इसी बीच हटा विधायक के चुनावी प्रक्रिया मे परिसर के अंदर प्रवेश करने और दखल अंदाजी करँने को लेकर दूसरे पक्ष ने हल्ला बोल कर दिया था और हटा विधायक के विरोध मे नारेबाजी भी की थी। विरोधातमक नारेबाजी से आहात होकर हटा विधयाक उमादेवी खटीक ने इसकी शिकायत थाना प्रभारी हटा से की और जांच किये जाने के लिए आवेदन दिया था, साथ ही उक्ताशय की स्थिति से प्रदेश कार्यालय को भी जताया था।
लेकिन यह सिलसिला अभी कम नही हुआ है, हटा के निर्वाचित जनपद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित कई कार्यकर्ताओं ने अपनी ही पार्टी के विधायक के खिलाफ खोला मोर्चा खोल दिया है। दूसरे पक्ष के लगभग आधा सैकड़ा सदस्य भाजपा के प्रदेश मुखिया विष्णु दत्त शर्मा से हटा विधायक के रवाइये को लेकर आवेदन देने भोपाल तक पहुंच गये और कर्य्कर्ताओ द्वारा भा.ज.पा. विधायक द्वारा पार्टी कार्यकर्ताओं में गुटबाजी कराने के संबंध में आवेदन भी दे दिया।
आवेदन् पत्र मे लेख किया गया है कि दमोह जिला की हटा विधानसभा में भाजपा विधायक उमादेवी खटीक द्वारा समर्पित भाजपा कार्यकर्ताओं को नजर अंदाज करती है एवं पुराने कार्यकर्ताओं को किसी कार्यक्रम में सूचना नही दी जाती एवं जो समर्पित कार्यकर्ता बगैर सूचना के पार्टी के कार्यक्रम में पहुंच जाते है, उनको अपमानित किया जाता है।
साथ् मे पुराने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जाती है जिससे हम सभी कार्यकर्ता विधायक के इस रवैये से असंतुष्ट है एवं पार्टी विरोधी कार्य कर रही है जिससे भविष्य में पार्टी को नुकसान होने की संभावना है ।

पत्र मे लेख किया गया है विगत दिनों जिला दमोह की जनपद पंचायत हटा में अध्यक्ष पद का उप निर्वाचन सम्पन्न हुआ था, जिसमें विधायक उमादेवी खटीक द्वारा पार्टी के ही कार्यकर्ताओं में गुटबाजी कराकर नुकसान पहुंचाया गया जनपद पंचायत हटा अध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध हो रहा था, और अभी भी यह कार्यकर्ताओं को आपस में लड़ाने को उकसा रही है, जिसमें दोनों प्रत्याशी भाजपा पार्टी एवं एक ही समाज के थे, जिस कारण से पार्टी को नुकसान हो रहा है। हटा विधायक निर्वाचित होने के बाद शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र के असमाजिक तत्व सकिय हो गये जो खुले आम विधायक के संरक्षण में अनैतिक गतिविधियों में लिप्त है, जिससे भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा के लोग असंतुष्ट हो रहे है। भाजपा की विचारधारा एवं पार्टी के कार्यकताओं में विरोधावास की स्थिती निर्मित न हो, ऐसे मे उचित कार्यवाही हेतु लेख कार्यकर्ताओ द्वारा किया गया है।
अब देखना होगा की दमोह जिला के नव निर्वाचित जिला अध्यक्ष से लेकर भाजपा के प्रदेश के मुखिया द्वारा अपनी ही पार्टी के रूठे हुए कार्यकर्ताओ को किस प्रकार मनाया जाता है।

संवाददाता : राहुल नामदेव
वीडियो लिंक : https://www.youtube.com/watch?v=yCKE-d1T6Gc

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