Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

Responsive Advertisement

मोहन सरकार के राज में आंगनबाड़ी केंद्र में आदिवासी बच्चों को नहीं मिल रहा एक साल से खाना

 मोहन सरकार के राज में आंगनबाड़ी केंद्र में आदिवासी बच्चों को नहीं मिल रहा एक साल से खाना

तामिया के पातालकोट के कारेआम रातेड में आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को नहीं मिल रहा खाना यहां ग्राम की महिलाएं ने बताया कि यहां एक साल से बच्चों को खाना नहीं मिल रहा है सरकार भले ही व्यवस्था को लेकर लगातार दावे कर रही लेकिन आज भी ग्रामीण आदिवासी अंचल में बच्चों को खाना तक नहीं मिल पा रहा है यहां ग्राम की महिलाओं ने बताया कि लगभग एक साल से आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को खाना नहीं मिल रहा है यहां पदस्थ कार्यकर्ता ने बताया कि समूह चलाने वाली महिला एक तामिया में रहती है और दूसरी सारणी में रहती हैं कारेआम रातेड आंगनबाड़ी केंद्र में 15 बच्चे दर्ज हैं जिसमें बच्चों को ना नाश्ता ना ही भोजन मिल पा रहा है सरकार द्वारा तामिया पातालकोट में विकास कार्य के दावे किए जाते हैं लेकिन जमीनी स्तर पर इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती है महिला बाल विकास अधिकारी भी इस और ध्यान नहीं देते हैं जब तामिया महिला बाल विकास अधिकारी शिंदे से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मैं इसकी जांच करता हूं अब देखना यह होगा कि इस मामले पर अधिकारी क्या कार्यवाही करते हैं। वैसे मध्य प्रदेश सरकार हो या केंद्र सरकार आदिवासी वर्ग को शासन की योजनाओं का लाभ देने की बात तो करती है लेकिन वास्तविकता आपके सामने है, चुनाव के समय वोट बैंक के लिए नेता आदिवासियों साथ भोजन करने की फोटो खिंचवाते है और वही फोटो सोशल मीडिया पर प्रसारित भी करते हैं लेकिन उन्हीं आदिवासियों के बच्चों के हक़ के लिए कभी आवाज बबुलंद या उपयुक्त व्यवस्था नहीं करते, अब देखना होगा की सबका साथ सबका विकास कहने वालों के लिए आदिवासी मायने रखते हैं या यह सिर्फ एक जुमला मात्र है...

संवाददाता : प्रीतम सिंह
     
 वीडियो लिंक : https://www.youtube.com/watch?v=8WtdEW8yPP0

Post a Comment

0 Comments