कभी कप्तान नहीं बन पाएंगे जसप्रीत बुमराह? सबसे बड़ी वजह का हो गया खुलासा!
भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया सिडनी टेस्ट अभी शुरू ही होने वाला था, तभी खबर आई कि रोहित शर्मा ने खुद को प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया है. ऐसे में हेड कोच गौतम गंभीर की प्रेस कॉन्फ्रेंस होती है, जिसमें उन्होंने पुष्टि करके बताया कि सिडनी टेस्ट में जसप्रीत बुमराह कप्तानी करेंगे. बुमराह की कप्तानी में भारत पर्थ टेस्ट को 295 रनों से जीता था. वहीं सिडनी टेस्ट की चौथी पारी में बुमराह गेंदबाजी कर रहे होते तो शायद भारत सिडनी टेस्ट भी जीत चुका होता, दुर्भाग्यवश बुमराह चोट के कारण बाहर बैठे रहे.
रोहित के सिडनी टेस्ट से बाहर होते ही उनके रिटायरमेंट की अफवाहों ने तूल पकड़ लिया था. दूसरी ओर कयास लगाए जाने लगे कि BCCI बहुत जल्द जसप्रीत बुमराह को परमानेंट कप्तान नियुक्त कर सकता है. मगर बुमराह के कप्तान बनने की अटकलों पर विराम तब लग गया जब रिव्यू मीटिंग में रोहित शर्मा ने साफ किया कि वो अभी कप्तान बने रहना चाहते हैं. रोहित ने यह भी कहा कि वो भविष्य में बोर्ड द्वारा लिए गए फैसलों का सम्मान करेंगे.
जसप्रीत बुमराह कभी नहीं बन पाएंगे कप्तान?
बुमराह ने पर्थ टेस्ट में साबित किया कि वो एक बढ़िया कप्तान साबित हो सकते हैं. मगर BCCI रिव्यू मीटिंग में जब जसप्रीत बुमराह को नियमित टेस्ट कप्तान बनाए जाने पर चर्चा हुई, तो साथ ही उनके चोटिल होने के मुद्दे ने तूल पकड़ा. रिपोर्ट्स अनुसार बुमराह को कप्तान बनाए जाने पर फिलहाल टीम मैनेजमेंट में सहमति नहीं बन पाई थी. चूंकि बुमराह का गेंदबाजी एक्शन उनके रन-अप पर ज्यादा निर्भर नहीं है बल्कि वो कंधे और कमर से जोर लगाकर गेंद फेंकते हैं. इसलिए अन्य गेंदबाजों की तुलना में बुमराह के चोटिल होने की संभावना अधिक बनी रहती है.
बुमराह अब भी चोटिल हैं, कमर में सूजन के चलते उनके चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने पर भी संशय बना हुआ है. दरअसल चयनकर्ता और BCCI के उच्च अधिकारी भी बुमराह के निरंतर चोटिल होने के कारण उन्हें कप्तान बनाए जाने को लेकर संकोच कर रहे होंगे. अगर ऐसे में बुमराह को कप्तान बना भी दिया जाए तो वो किसी सीरीज के मध्य में चोटिल हो जाते हैं तो सवाल बना रहेगा कि उनकी जगह कौन लेगा? इन सभी पहलुओं के कारण शायद बुमराह कभी कप्तान नहीं बन पाएंगे.
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