बेटा शाम के समय नहीं करना चाहिए पैसों का लेन-देन, क्यों कहती है दादी-नानी
पैसा एक ओर से आता है और दूसरी ओर से जाता है. धन कमाने के बाद हम कई तरह से उसका इस्तेमाल करते हैं. इस तरह से विभिन्न भागों में धीरे-धीरे धन खर्च होता है और पैसों का लेन-देन बना रहता है.
लेकिन शास्त्रों में धन के लेन-देन से संबंधित कुछ नियम बताए गए हैं, जिनका पालन जरूर करना चाहिए, वरना आर्थिक दिक्कते झेलनी पड़ सकती है. घर के बड़े-बुजुर्ग या दादी-नानी अक्सर कहती हैं कि संध्याकाल में ना ही पैसे लेने चाहिए और ना ही किसी को देना चाहिए.
दादी-नानी की ये बातें आपको कुछ समय के लिए अटपटी या फिर मिथक लग सकती है. लेकिन शास्त्रों में इसका कारण और इससे होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया है. अगर आप दादी-नानी की बताई बातों को फॉलो करेंगे तो सुखी रहेंगे और भविष्य में होनी वाली अशुभ घटना से बच जाएंगे. आइए जानते हैं आखिर क्यों दादी-नानी क्यों संध्याकाल में पैसों के लेन-देने जैसे काम करने से मना करती हैं.
इस समय नहीं करना चाहिए धन का लेन-देन
शास्त्रों के अनुसार शाम के समय ना ही किसी को पैसे उधार देने चाहिए और ना ही किसी से कर्ज लेना चाहिए. ऐसा करने से धन संबंधित समस्या होती है. संध्याकाल के साथ ही ब्रह्म मुहूर्त को भी पैसों के लेन-देन के लिए अच्छा नहीं माना जाता है.
इसका कारण यह है कि शाम के समय मां लक्ष्मी विचरण करती हैं. वहीं ब्रह्म मुहूर्त को देवी-देवताओं के अराधना का समय माना जाता है. मान्यता है कि इस समय धन का लेन-देन करने पर पैसा कभी टिकता नहीं हैं.
किस समय कर सकते हैं पैसों का लेन-देन
सुबह से लेकर सूर्यास्त से पहले तक का समय पैसों के लेन-देन के लिए अच्छा माना जाता है. इस समय आप धन संबंधित अपने सारे काम निपटा सकते हैं
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