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गरीब आदिवासी छात्राओं को अभद्र भाषा के मामले में कुछ पत्रकारों ने दे दिया खुद क्लीन चिट

 गरीब आदिवासी छात्राओं को अभद्र भाषा के मामले में कुछ पत्रकारों ने दे दिया खुद क्लीन चिट


मध्य प्रदेश सिंगरौली जिले में सर्व शिक्षा अभियान द्वारा संचालित कस्तूरबा गांधी छात्रावास चितरंगी में निवास रत छात्राओं को उच्च शिक्षा सुविधा मुहैया कराने को लेकर सरकार करोड़ों रुपए भुगतान करती है, जिन छात्रावासों में राज्य शिक्षा केंद्र के नियमों के विपरीत पदस्थ वार्डन, सहायक वार्डन के संपूर्ण दायित्वों को छीन करोड़ों रुपए का फर्जी बिल पास कर डेढ़ सौ गरीब आदिवासी छात्राओं को "लैट्रिन खिलाने की धमकी" दे रही है जिस धमकी का ऑडियो खबर इन दोनों सोशल मीडिया में जम के वायरल हो रहा है परंतु धमकी देने वाली वार्डन राजनीतिक पकड़ वाली होने के कारण गरीबों के मसीहा कहे जाने वाले सहित आदिवासियों की सम्मान की लड़ाई लड़ने वाले गायब हैं, वहीं जिले के छात्रावासों का मुख्य भ्रष्टाचारी राम लखन शुक्ला डीपीसी तो ऐसे चुप्पी साधे हैं जैसे शुक्ला का जमीर मर गया हो।

पैंतिस हजार महीना ठुकरा पत्रकार लिखे छात्रावास में भ्रष्टाचार की खबर 

चितरंगी छात्रावास की वार्डन गरीब आदिवासी छात्राओं को सार्वजनिक रूप से "लैट्रिन खिलाने की धमकी" का ऑडियो वायरल हुआ जिन खबरों से खलबलाई वार्डन वरिष्ठ पत्रकार पर अनुचित लाभ लेने की आरोप लगा खबर भी चलवा डालीं। वहीं सामान्य चर्चा दौरान पत्रकारिता क्षेत्र में अलग पहचान गरीब बेगुनाहों का आवाज कहे जाने वाले जीवन का परवाह नही करते हुए संविधान सिस्टम के विपरीत कार्यों को लेकर कलम के माध्यम सरकार से टकराने वाले वरिष्ठ पत्रकार आरपी सोनी बताएं आदिवासी छात्राओं को सार्वजनिक रूप से "डंडे से सोट कर लैट्रिन खिलाने" का जो ऑडियो वायरल हुआ चितरंगी का ही है जहां की राजनीतिक पकड़ वाली वार्डन डेढ़ सौ छात्राओं को सार्वजनिक लैट्रिन खिलाने ऑडियो धमकी 8 फरवरी 2025 के पूर्व दीं थीं पद नशा में चूर वार्डन गरीब छात्राओं से हमेशा अभद्र भाषा में बात करती है जिनके भाषा से तंग आ छात्रावास में मौजूद सहायक वार्डन श्यामवती पटेल द्वारा अपने मोबाइल में ऑडियो रिकॉर्ड किया गया था, पद नशा में चूर वार्डन सहायक वार्डन को कारण बताओ सूचना पत्र दिया तो ऑडियो वायरल किया गया था। इतना ही नहीं उन्होंने एक ऑडियो और सुनाएं जिस ऑडियो में छात्रावासों से जुड़ा किसी व्यक्ति द्वारा पत्रकार को लालच भी दिया गया की आप छात्रावासों का खबर छापना बंद कर दीजिए जिला कोई नहीं चलाएगा हम पांच हजार रुपए महीना देने और दिलाने की बात मोबाइल में आज भी कैद है। जिले भर में सात छात्रावास हैं जिन सभी का रुपए जोड़ा जाए तो 35 हजार महीना होता है। परंतु वरिष्ठ पत्रकार अच्छा खासा ऑफर ठुकरा हजारों गरीब आदिवासी छात्राओं का छात्रावास में बर्बाद हो रहे भविष्य व्याप्त भ्रष्टाचार का पुख्ता प्रमाण के साथ प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया गया जिसे पढ़ लोग पत्रकारिता की तारीफ कर रहे हैं।

गरीब आदिवासी द्वारा बनाई गई कीमत पांच सौ वालों का वार्डन ली नाकाम सहारा

वहीं मिल रहे संस्कार एवं बर्बाद हो रहे भविष्य को लेकर वायरल ऑडियो सहित लगातार चल रहे खबर के बाद भी नाकाम भ्रष्टाचारी डीपीसी चुप्पी साधे हैं परंतु खबरों से खल बलाई आपा खो चुकी अभद्र वार्डन, एक गरीब आदिवासी द्वारा बनाई गई कीमत मात्र 500 रुपए वाला चर्चित भ्रष्टाचारियों का- स्वागत, वंदन, अभिनंदन, खबर खंड़़न, चरण वंदन करने वालों में बढ़ोत्री हुई चार पतलकारों का सहारा ले ग्राउंड रिपोर्ट दौरान छात्राओं को भयभीत कर "विभिन्न अभद्र भाषा लैट्रिन खिलाने की धमकी" देने की बात को सामूहिक अस्वीकार कराया जा कर झूठा बयान आधार पर बेशर्मी के हद पार कर चुके पतलकारों से हवा हवाई में वार्डन क्लीन चिट ले चुकी है वहीं सहायक वार्डन पटेल ने फोन में जानकारी देते हुए पत्रकार से बताईं बयान देते समय छात्रावास में व्याप्त माहौल एवं बदनामी को देखते हुए हम मजबूरी में झूठा बयान दी हूं जब की सच्चाई यह है कि मेरे सामने ही आए दिन अभद्र भाषा बोला जाता था मजबूत हो हमें रिकॉर्ड कर अधिकारियों की नाकामी के चलते वायरस करना पड़ा है। जिस बात का पुख्ता प्रमाण खबर के साथ लगा फोटो प्रमाणित करता है। छात्राओं सहित सहायक वार्डन का झूठा बयान सुन अभद्र वार्डन थोड़ी राहत की सांस ले नाम ना लेते हुए पत्रकार पर अनुचित लाभ लेने का आरोप लगा खबर चलवा नाकाम प्रयास के बाद अभद्र वार्डन छात्रावास में भ्रष्टाचार करना तेज कर दी है।

ऐसे में छात्रावास के डेढ़ सौ छात्राओं को मिल रहे असंस्कार अशिक्षा असुविधा धमकी को देखते हुए खबर के माध्यम जमीर जिंदा जिला कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला का ध्यान आकृष्ट करते हुए नियम के विपरीत छात्रावास में भ्रष्टाचार कर रही अभद्र वार्डन की जांच कार्यवाही की मांग की जाती है।

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