जिले में ओलावृष्टि से 5 से 15 प्रतिशत फसलों को हुआ है नुकसान
जिले में बे मौसम बारिश व ओलावृष्टि तथा तूफान से रवि व दलहनी तिलहनी फसलों को हुआ है भारी क्षति सर्वे कार्य शुरू
बीते दिन शुक्रवार की शाम जिले के चितरंगी-सरई-दुधमनिया तथा बैढ़न इलाके में तेज तूफान बारिश के साथ भारी मात्रा में ओले गिरे हैं। इस ओलावृष्टि वह बारिश से रवी फसल गेहूं, तिलहनी, दलहनी फसलो तथा आम एवं महुआ के फूल को भारी क्षति होने का अनुमान जताया है। जबकि राजस्व विभाग के अनुसार ओलावृष्टि एवं बारिश से 5 से 15 प्रतिशत फसलों को नुकसान हुआ है।
गौरतलब है कि जिले में बीते दिन कल शुक्रवार को मौसम ने अपना असली रूप दिखाते हुए किसानों पर आफत डाल दिया है। शुक्रवार के शाम के वक्त जिले के तहसील सरई अंतर्गत शिवगढ़ दुधमनिया, घोघरा इटमा एवं दुधमनिया तहसील के खोखवा बगैया दुधमनिया सहित आसपास के गांव व चितरंगी तहसील क्षेत्र के करौंदिया खम्हरिया,कोल्डीहा, कुलकवार, लेदपुरवा, हरमा समेत कई गांव में भारी बारिश वह ओलावृष्टि हुई है। जहां रवी फसल गेहूं, दलहनी में अरहर मसूूर, मटर, चना व तिलहनी में सरसो के साथ-साथ आम एवं महुआ के फूलों को भारी नुकसान होने का अनुमान बताया गया है। क्षेत्र में ओलावृष्टि तथा बारिश होने से किसानों में हाय तौबा मच गई है । आज शनिवार को उक्त तहसील क्षेत्र के तहसीलदारों ने ओलावृष्टि तूफान एवं बारिश से प्रभावित गांव का सर्वे करने के लिए अलग-अलग टीम गठित किया है टीम में राजस्व के हल्का पटवारी, कृषि एवं पंचायत विभाग का संयुक्त टीम बनाकर रवाना किया जहां सर्वे कार्य शुरू है राजस्व अधिकारियों के अनुसार प्राथमिक तौर पर नजरी नक्शा के अनुसार 5 से 15 प्रतिशत ही फसलों को नुकसान पहुंचा है। वही सर्वे कार्य जारी है इस संबंध में चितरंगी तहसीलदार ऋषि नारायण सिंह, दुधमनिया तहसीलदार दीप नारायण सिंह तिवारी एवं सरई तहसीलदार चंद्रशेखर मिश्र ने बताया कि ओलावृष्टि एवं तूफान से मुख्यालय के समिति करीब आधा दर्जन से अधिक गांव प्रभावित हैं 5 से 10 प्रतिशत फसलों को नुकसान हुआ है
संवाददाता : आशीष सोनी
0 Comments