केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के संसदीय क्षेत्र में दो महिने में भी पूरी नहीं हो सकी सात दिन में होने बाली जांच, अधिकारियों ने जांच के नाम पर साधी चुप्पी
मामला एक से अधिक ब्यक्तियों के नाम पर फर्जी बिलों में लाखों रुपये भुगतान के नाम पर फर्जीवाडे का, तत्कालीन सीईओ ने जांच दल से मांगा था सात दिन में जांच प्रतिवेदन
अशोकनगर।बहादुरपुर तहसील की ग्राम पंचायत इकोदिया में फर्जी बिलों में हुए भृष्टाचार की जांच दो महिने बाद भी पूरी नहीं हो सकी है।जिला पंचायत से गठित संयुक्त जांच दल को सात दिन में रिपोर्ट पेश करनी थी।लेकिन उन अधिकारियों ने जांच के नाम पर चुप्पी साध ली है।ओर दो महिना बीत जाने के बाद भी कोई जांच अब तक नहीं की गई है।यही नही जिले के जिम्मेदार अधिकारी इस बात से भी अंजान है उनको जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।
मामला बहादुरपुर तहसील की ग्राम पंचायत इकोदिया का है जहां 14 जनवरी 2025 को ग्रामीणों ओर पंचों ने जिला पंचायत अशोकनगर पहुंचकर एक शिकायती आवेदन दिया था जिसमें लिखा गया था की ग्राम पंचायत इकोदिया के सरपंच सचिव ने फर्जी तरीके से एक से अधिक ब्यक्तियों के नाम पर अलग अलग बिल लगाकर लाखों रुपये का फर्जी भुगतान कर दिया है।जिस पर तत्कालीन सीईओ डां नेहा जैन द्वारा 17 जनवरी 2025 को एक पत्र जारी करते हुए एक जांच टीम गठित की थी जिसमें जांच अधिकारी प्रभारी जिला पंचायत एसीओ एनएस नरवरिया एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी मुंगावली आलोक इटौरिया को बनाया था ओर इस संयुक्त जांच टीम को सात दिन में फर्जी बिलों की जांच कर जांच प्रतिवेदन बनाकर जिला पंचायत में पेश करना था।लेकिन पूरे दो महिना पांच दिन बीत जाने के बाद भी संयुक्त जांच टीम द्वारा कोई जांच प्रतिवेदन पेश नहीं किया गया है।जिसको देखकर यही कहा जा सकता है की कहीं न कहीं जांच अधिकारी इस मामले को दबाना चाहते है।या फिर इतने बडे फर्जी बाडे में अधिकारियों की चुप्पी मिली भगत की ओर इशारा कर रही है।क्योंकि खुद जिला पंचायत में पदस्थ प्रभारी श्री नरवरिया को भी यह पता नहीं है की बह फर्जी बिलों के मामले में जांच अधिकारी नियुक्त है।उनका कहना था की जनपद पंचायत मुंगावली के सीईओ श्री इटौरिया इसकी जांच कर रहे हैं।
इधर 12 लाख रुपये के घोटाले में नोटिस तक हुई है कार्रवाई
इधर ग्राम पंचायत इकोदिया के दूसरे भृष्टाचार में चार लाख रुपये का सीसी खरंजा ओर 8 लाख रुपए का ऐप्रोच रोड कल्वर्ट पुलिया के नाम पर बिना निर्माण कार्य के फर्जी बिल लगाकर12 लाख रुपये निकाल लिए थे।जिसकी जांच भी हो चुकी है ओर जांच सही पाए जाने पर जांच प्रतिवेदन जनपद पंचायत मुंगावली द्वारा 24 जनवरी 2025 को जिला पंचायत सीईओ एवं जिला कलेक्टर को कार्रवाई के लिए भेज दिया था।इसके बाद जिला पंचायत ने ग्राम पंचायत की सरपंच को 15 फरवरी 2025 को एक नोटिस जारी करते हुए इस मामले में 19 फरवरी 2025 को जबाब मांगा था।सरपंच एवं सचिव द्वारा जबाब भी प्रस्तुत कर दिया गया है।इस मामले को भी पूरा एक महिना पांच दिन का समय बीत गया लेकिन जिम्मेदारों ने भृष्टाचार करने बाले दोषियों पर अब तक कोई कार्रवाई करना उचित नहीं समझा।इस मामले में भी जिला पंचायत के प्रभारी एसीओ श्री नरवरिया फाईल देखकर कार्रवाई करने की बात कहते नजर आ रहे हैं।
फर्जी बिलों की जांच मुंगावली सीईओ कर रहे हैं आप उनसे बात करो।मुझे याद नहीं है की में भी जांच दल में शामिल हूं।मुझे लगा मुंगावली सीईओ इस मामले की जांच कर रहे हैं में देखकर बता पाऊंगा की में जांच टीम में शामिल हूं।ओर 12 लाख रुपये की जो कार्रवाई बाली बात है उसकी में फाइल मंगवाता हूं।
एनएस नरवरिया एसीओ एवं प्रभारी जिला पंचायत अशोकनगर
संवाददाता अवधेश दांगी
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