वाटसअप डीपी में लगी तस्वीर ने अर्पित हत्याकांड की खोल दी राज, पिस्टल के सौदेबाजी में मारी थी गोली
बैकुंठपुर थाना अंर्तगत ग्राम सलैया में दो दिन पूर्व अर्पित सिंह की गई हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। हत्या के आरोप में पुलिस ने योगेश शुक्ला उर्फ मोहिन पिता बृहदकरण शुक्ला 28 वर्ष निवासी ग्राम बड़ी हदीं भाना बैकुंठपुर साल बरगवां जिला सिंगरौली और उसके साथी संजय बसोर पिता रुत्र रामधनी बसीर 26 वर्ष निवासी बाई क्रमांक बरगवां थाना सिंगरौली को गिरफ्तार कर लिया है। थाना प्रभारी बैकुंठपुर विजय सिंह ने बताया कि सत्यपाल उर्फ अर्पित सिंह निवासी सलैया की हत्या का राज वाटसअप कालिंग में दिखने वाली तस्कर से हुआ। घटना के संबंध में बताया कि 4 अप्रैल को सलैया में अर्पित सिंह से मिलने दो व्यक्ति बाइक गांव में से आये थे। कुछ ही देर में गोली चलने की आवाज आई तो वहां गेंहू काट रही महिलाओ ने आवाज सुनकर गांव वालों को बुलाया, देखा कि अर्पित सिंह खून से लथपथ शोत में पड़े है। घायल अवस्था में जब एसजीएमएच लाया गया तो डॉक्टरों ने ने मृत घोषित कर दिया था।
दोस्तो ने बताया कि वाटसअप कालिंग में मोहित का आता था फोन
थाना प्रभारी वैकुंठपुर विजय सिंह ने बताया कि हत्या की गुत्थी सुलाने के लिए अर्पित के दोस्तों से संपर्क किया गया। दोस्तों ने बताया कि बीते कई दिनों से अर्पित को सिगरौली बरगवां से कोई मेोहित नाम का युवक वाटसअप कालिंग करता था और जब भी फोन आता तो अर्पित उनके पास दूर हटकर उससे बातें करता था। हाल ही में जब मोहित ने वाटसअप कालिंग की तो यह गांव आने के लिए बोला था, जिसे उसके दोस्त ने सुन लिया था। बाटसअप कालिंग पर दिख रही तस्वीर को मोहित नाम के फेसबुक, इंस्टाग्राम में तलास की गई तो उसका चेहरा और पता ठिकाना निकल कर सामने आ गया। जिसकी शिनात सलैया में फोन के समय देखाने बालो से करवाने के बाद ही ग्राम बड़ी हदी में करवाई गई थी। संदेह की सुई सही ठिकाने पर
लगने के बाद पुलिस टीम बरगवां की ओर कूच कर गई। सायबर के द्वारा मिले लोकेशन पर आरोपीगण कार से जा रहे थे तभी पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों को दबोच लिया। कार को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया और वारदात के दौरान प्रयुक्त वाहन की तलास पुलिस द्वारा की जा रही है।
पिस्टल का सौदा न पटने पर मार दी गोली, कारतूस सहित ले गया था असलहा
थाना प्रभारी बैकुंठपुर विजय सिंह ने बताया कि मृतक अर्पित सिंह और आरोपी मोहित शुक्ला के बीच अवैध पिस्टल की डील हुई थी। आरोपी मोहित शुक्ला मृतक अर्पित सिंह से पिस्टल खरीदने के लिए उसके गांव आया हुआ था। दीनो खेत में मिले और यही अर्पित सिंह ने मोहित शुक्ला को पिस्टल दिखाते हुए उसकी कीमत 50 हजार रुपये बताई इतने रुपये देने में मोहित असमर्थता दिखाता रहा। इसी दौरान आरोपी उसके हाथ से पिस्टल और कारतूस चेक करने के बहाने से लिया। मोहित के दिल में पिस्टल हासिल करने की हसरत तो थी ही साथ ही पैसे न देने की बेईमानी झलक रही थी। आखिरकार मोहित ने पिस्टल हासिल करने के लिए उसी पिस्टल से अर्पित के सिर पर गोली मार कर मौत की नींद सुला दिया और पिस्टल सहित कारतूस लेकर भाग निकला। आरोपी के पकड़े जाने पर पुलिस ने पिस्टल सहित दो जिंदा कारतूस बरामद कर लिये। आरोपियों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर पुलिस ने न्यायालय में पेश वार जेल भेज दिया।
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