सीबीआई के चार्ज शीट में नाम, मिला प्रमोशन का तमंगा
मामला एनसीएल सिंगरौली में पदस्थ प्रबंधक पी जनशक्ति एवं भर्ती प्रकोष्ठ का
एनसीएल में पिछले पॉच वर्ष पूर्व 2020 में एचईएमएम ऑपरेटर प्रशिक्षु पद के भर्ती में व्यापक अनियमितता हुई थी। मामला तूल पकड़ा और शिकायत पर सीबीआई जबलपुर ने दो अधिकारियों समेत अन्य के खिलाफ 21 फरवरी 2025 को अपराध पंजीबद्ध किया। सीबीआई के द्वारा दर्ज अपराध में हर्षवर्धन मिश्रा प्रबंधक पी जनशक्ति एवं भर्ती प्रकोष्ठ एनसीएल मुख्यालय सिंगरौली का भी नाम शामिल था। लेकिन पिछले पखवाड़ा हर्षवर्धन मिला का प्रमोशन पदोन्नति कर डब्ल्यूसीएल के लिए स्थानांतरित कर दिया गया है।
गौरतलब है कि वर्ष 2020 के नवम्बर महीने के अखिरी सप्ताह में एचईएमएम ऑपरेटरों के 307 पदों के लिए एनसीएल सिंगरौली में लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में व्यापक पैमाने पर अनियमितता करने एवं अपने चहेतो को लाभ अर्जित कराने का आरोप आम आदमी पार्टी सिंगरौली के जिला उपाध्यक्ष अनीता बैस ने लगाते हुये इसकी शिकायत प्रधानमंत्री, कोयला एवं खनन मंत्री भारत सरकार, डायरेक्टर सीबीआई नई दिल्ली सहित तमाम अधिकारियों के यहां किया था। जिसमें अनीता बैस ने एनसीएल के तीन अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाया था। इन अधिकारियों में चाल्स जस्टर तत्कालीन जीएम पी/भर्ती और हर्षवर्धन मिश्रा तत्कालीन प्रबंधक पी/भर्ती समेत अन्य नाम शामिल हैं। उक्त शिकायत के आधार पर सीबीआई जबलपुर ने साक्ष्यों एवं दस्तावेजों के आधार पर एनसीएल के चाल्स जस्टर तत्कालीन जीएम पी/भर्ती और हर्षवर्धन मिश्रा तत्कालीन प्रबंधक पी/भर्ती के विरूद्ध 21 फरवरी 2025 को प्रथम सूचना प्रतिवेदन धारा (154 द प्रक्रिया संहिता के अंतर्गत) सेक्शन 7 एवं सेक्शन 120 बी के तहत अपराध पंजीबद्ध किया था और सीबीआई के द्वारा जांच भी कर रही है। किन्तु इसी बीच हर्षवर्धन मिश्रा प्रबंधक का पद्दोन्नति भी कर दिया गया । आप नेत्री अनीता बैस ने सवाल उठाया है कि जिस अधिकारी के ऊपर इतनी गंभीर आरोप हो और उसे ईनाम के तौर पर नवाजा जा रहा है ऐसे में घोटालेबाजों का हौसला बुलन्द होगा। फिलहाल एनसीएल के हर्षवर्धन मिश्रा के डब्ल्यूसीएम पद्दोन्नति किये जाने का मामला एक बार फिर से तूल पकड़ लिया है।
चयनित उम्मीदवारों के अंक को लेकर उठाया था सवाल
अनीता बैस का आरोप है कि एचईएमएम ऑपरेटर प्रशिक्षु के पद के लिए चुने गए 307 उम्मीदवारों में से पहले 100 उम्मीदवारों में से 69 उम्मीदवार हरियाणा राज्य से थे। इसके अलावा सामान्य लिखित परीक्षा के लिए चयनित उम्मीदवारों द्वारा प्राप्त अंक असामान्य रूप से उच्च हैं, जो अधिकतम 100 अंकों में से 90 या उससे अधिक अंक हैं और उनमें से कुछ का शैक्षणिक रिकॉर्ड औसत से भी कम है। इसके अलावा यह आरोप लगाया गया है कि जीएम पी/भर्ती, भर्ती सेल एनसीएल मुख्यालय सिंगरौली एमपी ने 73,500 ओएमआर शीट्स की छपाई और मूल्यांकन के लिए मेसर्स एडमेन मल्टी स्टूडियो, ग्वालियर एमपी को एनसीएल, मुख्यालय, परिसर में मुद्रण कार्य को निष्पादित करने के लिए फोटोकॉपी मशीनों और उपभोग्य सामग्रियों की आपूर्ति जैसी तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए मेसर्स धु्रव एंटरप्राइजेज सिंगरौली को और एचईएमएम ऑपरेटरों प्रशिक्षु की परीक्षा के लिए आईआरआईएस स्कैनिंग तकनीक के माध्यम से प्रतिरूपण नियंत्रण की सेवा के लिए मेसर्स इनोवेटिव्यू इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को एकल नामांकन के आधार पर कार्य आदेश जारी किए।
भर्ती घोटालेबाजों का पदोन्नति दुर्भाग्यपूर्ण: अनीता
आप नेत्री ने फिर से कोल मंत्रालय भारत सरकार एवं सीबीआई नई दिल्ली, जबलपुर सहित एनसीएल अधिकारियों को पत्र के माध्यम से अवगत कराते हुये कहा है कि कार्मिक विभाग के अधिकारियों के संबंध में पदोन्नति आदेश संख्या एनसीएल/ईई/ई-1866161/ई 5 से ई6/पर्स/16/2025/03, 3 अप्रैल की प्रति संलग्न है। जिसमें हर्षवर्धन मिश्रा का नाम क्रम संख्या 4, ईआईएस संख्या 90276015 पर शामिल है। कृपया इसके साथ सीबीआई, जबलपुर की एफआईआर संख्या आरसी0092025ए0001, 21 फरवरी की प्रति संलग्न करें। जिसमें हर्षवर्धन मिश्रा का नाम भी शामिल है। यह एक विडंबना है कि एक अधिकारी जिसके खिलाफ भर्ती घोटाले के गंभीर आरोप हैं। उसे पदोन्नति देकर सम्मानित किया जा रहा है।
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