ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत द्वारा किए गए आतंकी ठिकानों पर हमले
भारत ने POK स्थित मुजफ्फराबाद,कोटली, बहावलपुर सहित कुल 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है. इस मौके पर भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने अमेरिकी एनएसए और विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात की और उन्हें की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी दी है. इस बात की पुष्टि अमेरिका स्थिति भारतीय दूतावास ने की है. उन्होंने लिखा कि भारत की कार्रवाई केंद्रित और सटीक रही है. वे नपे-तुले, जिम्मेदार और प्रकृति में गैर-उग्रवादी थे. किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक या सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया. केवल ज्ञात आतंकी शिविरों को ही निशाना बनाया गया.
7 मई की रात करीब 1:30 बजे, भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत यह हमला पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में किया गया जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी. इस ऑपरेशन में सटीक एयरस्ट्राइक, जो भारत की सीमा से ही की गई. पाकिस्तानी सेना के किसी भी प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया केवल आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई केंद्रित रही.
कितने आतंकी मारे गए?
हवाई हमलों में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के संस्थापक मसूद अजहर के दस परिवार के सदस्य और 4 करीबी मारे गए. हमले में मारे गए लोगों में उसकी बहन, बहनोई और भतीजे सहित परिवार के अन्य सदस्य शामिल हैं.
आतंकी अजहर ने एक बयान में कहा, "आज रात मेरे परिवार के 10 सदस्यों को एक साथ यह सौभाग्य प्राप्त हुआ. पांच मासूम बच्चे जन्नतुल फिरदौस के फूल बन गए. मेरी जान से भी प्यारी मेरी बड़ी बहन साहिबा, उनके पति...मेरे भतीजे अलीम फाजिल और उनकी पत्नी और मेरी प्यारी भतीजी आलम फाजिला...हमारे भतीजे और उनकी पत्नी अल्लाह को प्यारे हो गए हैं."
बयान में कहा गया है, "मोदी ने मासूम बच्चों, बुर्काधारी महिलाओं और बुजुर्गों को निशाना बनाया. दुख और सदमा इतना बड़ा है कि बर्दाश्त से बाहर है लेकिन कोई अफसोस नहीं, कोई निराशा नहीं और कोई डर नहीं. बार-बार मन में आता है कि मुझे भी इन 14 लोगों में शामिल होना चाहिए था, लेकिन अल्लाह से मिलने का समय तय है, यह पहले या बाद में नहीं हो सकता.”
मसूद अजहर ने आगे कहा, “हमारे घर में कुल चार बच्चे थे, जिनकी उम्र 7 साल से 3 साल के बीच थी. वे चारों एक साथ जन्नत गए. कुरान में कहा गया है कि शहादत उन्हीं को दी जाती है, जिनसे अल्लाह प्यार करता है. उनके जाने का यही समय तय था, लेकिन अल्लाह ने उन्हें जिंदगी दी है, मौत नहीं. अब मोदी के इस जुल्म ने सारे रास्ते तोड़ दिए हैं, अब किसी को भी वहां नरमी की उम्मीद नहीं करनी चाहिए."
मुजफ्फराबाद के सवाई नाले के पास जामिया मस्जिद बिलाल पर हमले में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी वकास और हसन का भी सफाया हो गया है.
इसके अलावा, मुरीदके में मरकज तैयबा पर हुए हमले में लश्कर-ए-तैयबा के एचवीटी (हाई वैल्यू टेररिस्ट) अब्दुल मलिक और मुदस्सिर मारे गए.
संवाददाता : किशोर कुशवाहा
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