भाजपा की नल जल योजना बन के रह गयी है दिखावा मध्यप्रदेश के कई जिलों मे छाया जलसंकट
जी हाँ जो आपने सुना बिलकुल सही सुना है यह हम नहीं कह रहे बल्कि भारत मे निवासरत भारत की जनता कह रही है जो 2014 मे सत्ता परिवर्तन की राह देख रही थी की अच्छे दिन आने वाले है और उस जनता को अच्छे दिनो का सपना भी दिखाया गया था सबका साथ सबका विकास और सबका विकास यह केवल नारा बन कर ही रह गया है भाजपा ने खूब नारे दिये, नेताओं ने खूब बातें की की अच्छे दिन आयेगे मध्यप्रदेश मे तो पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय कृषि मंत्री जो मध्यप्रदेश के मामा है उन्होने कहा था की भाईयों व बहनों भांजे व भांजियों आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि मामा ने टोटी बाले नल से जल रूपी अमृत बहा दिया है अब भांजे भांजियों और बहनो को अमृत रूपी जल उनके घरो में टोटी वाले नल से ही आयेगा लाखो करोड़ो रूपये इस योजना पर खर्च हुये लेकिन आजादी के 76 वर्षों से अधिक समय बीत जाने के बाबजूद भी टोंटी वाले नल मे अमृत रूपी जल नहीं मिला मध्यप्रदेश मे आज भी जनता कहीं बूंद बूंद चट्टानों से, कही दो से 5 किलोमीटर की दूरी से पानी लाने को मजबूर है गंगा जल संवर्धन योजना हो या अमृत सरोवर योजना हो जितनी भी योजना है ज्यादातर कागजो मे ही सीमित रह गयी है मध्यप्रदेश मे ऐसे कई जिले है जिनमें पानी के लिए जनता तरस रही है लेकिन जिम्मेदार सरकारों व उनके अधिकारियों के कान मे जूं तक नहीं रेगती है और रेगेगी भी क्यों क्योंकि जनाबो को तो पैक्ड पानी की बोतले एसी वाले बंद कमरों मे नसीब हो रही है तो उनको जनता के दर्द से कोई मतलब नहीं है लगातार जागरूक लोग व समाजसेवी जनता की प्यास बुझाने चाहे प्याऊ हो या कोई अन्य माध्यम हो लगातार सेवाएं दे रहे है परंतु इतना सब करने के बाद भी जनता आज भी पानी के लिए तरस रही है।।
ऐसा ही मामला नरसिंहपुर जिले से सामने आया है जहाँ दो दो कद्दावर कैबिनेट मंत्री है लेकिन जनता की प्यास बुझाने उनको भी फुर्सत नहीं है जनपद पंचायत नरसिंहपुर की ग्राम पंचायत कोदरास कलां में पानी की जोरदार समस्या बनी हुई है,, गाँव के ही जागरूक व्यक्ति द्वारा वीडियो बनाकर भेजा गया है।गौरतलब है कि ग्राम पंचायत में लगभग 95 लाख की लागत से अमृत सरोवर का निर्माण कार्य कराया जा रहा है, लेकिन वर्तमान में सरोवर में एक बूँद पानी नही है, ग्रामीणों का कहना है कि अगर सरोवर को व्यवस्थित तरीके से बनाया गया होता तो आज गाँव में जल स्तर बना रहता और जिससे पानी की कमी की समस्या पैदा नही होती।
और आम जनता को यूँ पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़ता
अब खबर प्रकाशित होने के बाद सत्ता में बैठे नेता व उनके अधीन काम करने वाले जिम्मेदार अधिकारी पानी के इस संकट को दूर कर पाते है या नहीं यह तो आने वाला समय ही बतायेगा या फिर आम जनता को प्यास बुझाने के लिए दर दर भटकना पडेगा....
इस खबर को लेकर आपकी क्या राय है हमें कमेंट बॉक्स मे अवश्य बतायें साथ ही यदि आप इस जल संकट से मुक्ति चाहते है तो इस खबर को जिम्मेदारो तक अवश्य पहुंचायें ताकि इस जलसंकट की समस्या से निदान मिल सके ऐसे ही अपडेट के लिए बने रहे नो फिकर के साथ क्योंकि नो फिकर उठाता है जनता की वास्तविक समस्यायें जनता के वास्तविक दर्द को....
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