NSUI के प्रदर्शन के बाद RGPV में पहली कार्रवाई: पीएचडी प्रभारी राजेश भार्गव हटाए गए, 7 सूत्रीय मांगों लेकर किया प्रदर्शन
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी), भोपाल में फैली अनियमितताओं के खिलाफ एनएसयूआई भोपाल जिला अध्यक्ष अक्षय तोमर के नेतृत्व में 3 घंटे के प्रदर्शन के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन हरकत में आ गया है। एनएसयूआई की 7 सूत्रीय मांगों में सबसे पहली कार्रवाई करते हुए उप कुलसचिव प्रोफेसर राजेश भार्गव को पीएचडी प्रभारी के पद से हटा दिया गया है।
एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने इस कार्रवाई को लेकर भी विश्वविद्यालय प्रशासन पर सवाल खड़े किए उन्होंने बताया कि रजिस्ट्रार द्वारा जारी आदेश में पुरानी तारीख (10 जुलाई) में हस्ताक्षर कर आदेश जारी किया गया, जबकि यह निर्णय एनएसयूआई के दबाव के बाद लिया गया है। इस संबंध में एनएसयूआई ने कुलपति के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई है और इसे भ्रम फैलाने और सत्य छुपाने का प्रयास बताया है।
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष अक्षय तोमर ने कहा कि यह कार्रवाई एनएसयूआई के संघर्ष का परिणाम है, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन पुरानी तारीख डालकर अपने बचाव का प्रयास कर रहा है। एनएसयूआई ने इस प्रकरण में भी कुलपति से पारदर्शिता की मांग की है। अक्षय तोमर ने कहा कि एनएसयूआई की प्रमुख मांगें जिन पर कार्रवाई की मांग की गई जिसमें से प्रथम और द्वितीय बिंदु पर तत्काल कार्रवाई की गई ।
ये सात सूत्रीय मांग
एनएसयूआई ने चेतावनी जारी कर कहा कि यदि शेष मांगों पर भी 10 दिन के भीतर कार्यवाही नहीं होती तो उग्र प्रदर्शन करेंगे।
संवाददाता :-आशीष सोनी
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