मार्क फेड गोदाम कचनी में उर्वरक लेने उमड़ा जन समूह वितरण व्यवस्था सुधारने पहुंचे प्रभारी उपायुक्त सहकारिता, हजार से ऊपर पहुंचे थे खाद लेने ग्रामीणजन
जिले में इन दिनों खरीफ फसल के लिए उर्वरक की मांग इतनी बढ़ गई है कि किसान समितियों व गोदामों में आधी रात से ही लाईन में लग जा रहे हैं। आज ऐसा ही नजारा जिला मुख्यालय बैढ़न के समीपी मार्क फेड गोदाम कचनी में दिखा है। जहां आधी रात के 2 बजे से ही उर्वरक लेने के लिए ग्रामीण जन लाईन में लग गये थे।
गौरतलब है कि जिले में उर्वरक को लेकर मारा-मारी मची हुई है। आलम यह है कि अधिकांश समितियों में उर्वरक भेजी गई, लेकिन कथित समिति प्रबंधको ने तरह-तरह की बहाने बाजी बताकर उर्वकर नही दे रहे हैं या फिर यह भी आरोप है कि उर्वरक की कालाबाजारी कर दे रहे हैं। जिसके चलते खाद की किल्लत मची हुई है। जबकि जिला प्रशासन का दावा है कि जिले के समितियों एवं मार्क फेड गोदाम कचनी में पर्याप्त मात्रा में खाद है। इधर आज दिन सोमवार को कचनी गोदाम में सैकड़ों की संख्या में उर्वरक लेने अन्नदाता पहुंचे थे। जिसमें महिलाएं, युवक-युवतियां एवं बुजुर्ग महिलाएं भी शामिल थी। आलम यह था कि राजमिलन, तेलदह, खटकरी, छतक्रम, माड़ा, खुटार, कंजी, कथुरा, मथुरा, रजबांध, सरई, देवसर, चितरंगी सहित अन्य गांव से लोग खाद लेने कचनी गोदाम में पहुंच अपने-अपने नम्बर का इंतजार कर रहे थे। वही कचनी गोदाम में भारी संख्या में किसानों के उर्वरक खरीदने की जानकारी कलेक्टर चन्द्रशेखर शुक्ला को मिली तो वह तत्काल सहकारिता उपायुक्त पीके मिश्रा को रवाना किया। जहां प्रभारी उपायुक्त गोदाम पहुंच उर्वरक व्यवस्था का जायजा लिया। बताया कि यहां चार काउंटर लगाये गये हैं और प्रयास है कि कोई भी अन्नदाता न लौटे। एक साथ भीड़ पहुंची है, जिससे वितरण में विलम्ब हो रहा है।
किसानों के दर्द को नही समझ रही सरकार:संजय
भाकपा के नेता संजय नामदेव ने आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार किसान हितैषी नही है। डॉ. मोहन यादव के सरकार में एक बोरी उर्वरक पाने के लिए कितनी कड़ी मसक्कत करनी पड़ रही है। भूखों-प्यासे आधी रात से अन्नदाता उर्वरक के लिए कतार में लग रहे हैं। आगे कहा कि जिला प्रशासन कह रहा है कि पर्याप्त खाद है फिर सभी समितियों से खाद क्यों नही वितरण किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि उर्वरक की कालाबाजारी की जा रही है और इसे रोकने में प्रशासन नाकाम रहा है। जिसके चलते यह समस्या उत्पन्न हुई है। उन्होंने कहा कि जिले के कोई भी उपखण्ड अधिकारी खाद्यान्न वितरण केन्द्रों में जायजा लेने नही पहुंचे। जिसके चलते कई विके्रता मनमानी पर उतारू हैं। किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध न करा पाने में प्रदेश एवं केन्द्र सरकार फेल हुई है।
पुलिस के साये में हुआ वितरण
कचनी गोदाम में भारी संख्या में अन्नदाता महिला, पुरूष व बुजुर्ग पहुंचे हुये थे। कई सैकडा़ें की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों को देख कोतवाली पुलिस भी पहुंच गई और पुलिस के देख-रेख में उर्वरक का वितरण शुरू हुआ। हालांकि भीड़ के आगे नगण्य पुलिस की संख्या ना काफी लग रही थी। हालांकि खाद लेने आये किसान किसी भी प्रकार की अशांति नही फैला रहे थे, बल्कि अपनी-अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। वही अन्नदाता इस चिलचिलाती धूप से काफी परेशान दिखे और प्रदेश सरकार को कोसने में भी कोई कोर कसर नही छोड़ रहे थे। कई अन्नदाताओं ने यहां तक कहा कि भाजपा के डॉ. मोहन यादव की सरकार में उर्वरक की स्थिति स्पष्ट दिख रही है। इसके पहले अन्नदाता भी कभी परेशान नही हुये। शायद सरकार का नियंत्रण नही रह गया है।
संवाददाता :- आशीष सोनी
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