अशोक नगर जिले में दीपावली से पहले 153 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला

पूरे देश में एक तरफ जहां हर कोई दीपावली की तैयारियों लगा हुआ है वहीं मध्यप्रदेश के अशोक नगर जिले के चंदेरी में नगर पालिका परिषद ने 153 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। दीपावली से ठीक पहले एक साथ इतनी बड़ी संख्या में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नौकरी से निकाले जाने से बवाल मच गया है और अब नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों ने कलेक्टर से सामूहिक धर्म परिवर्तन की अनुमति देने की मांग करते हुए पत्र लिखा है।

10 से ज्यादा वक्त से कर रहे थे नौकरी

चंदेरी नगर पालिका परिषद के द्वारा जिन 153 दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त किया गया है उन्होंने कलेक्टर को लिखे पत्र में कहा है कि वो 10 साल से भी ज्यादा वक्त में नगर पालिका में सेवाएं दे रहे थे। लेकिन अब उन्हें राजनीतिक दबाव व पक्षपात कर नौकरी से निकाला गया है। कर्मचारियों का आरोप है कि विधायक जगन्नाथ सिंह रघुवंशी, अध्यक्ष दशरथ कोली और उपाध्यक्ष के दबाव में 12 पार्षदों ने उन्हें नौकरी से हटाने का प्रस्ताव पास किया है। दीपावली से पहले नौकरी से हटाए जाने पर कर्मचारियों का ये भी कहना है कि नौकरी जाने से अब वो और उनके परिवार भुखमरी की कगार पर आ खड़े हुए हैं।

10 दिन में न्याय न मिलने पर सामूहिक धर्म परिवर्तन की चेतावनी

नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों में खासी नाराजगी है उनका कहना है कि हम सभी सनातन धर्म के हैं और सनानत धर्म के ही ठेकेदारों ने हमें दीपावली से पहले सड़क पर ला दिया है। ऐसे में अब हमारे सामने धर्म परिवर्तन के अलावा कोई और रास्ता नहीं है। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर 10 दिनों में उन्हें न्याय नहीं मिला तो अपने अपने परिवार के साथ सामूहिक धर्म परिवर्तन कर लेंगे। बर्खास्त कर्मचारियों के द्वारा कलेक्टर को पत्र लिखकर सामूहिक धर्म परिवर्तन की अनुमति मांगने के बाद मामला गर्माया हुआ है।