विद्यालय के 50 फीसदी छात्र-छात्राओं को नही मिली किताबे, प्राचार्य के खिलाफ छात्रों के अभिभावको में बढ़ नाराजगी


शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लमसरई के प्राचार्य के विरूद्ध निलंबन सहित अन्य कार्रवाई की मांग को लेकर छात्रों के कई अभिभावक धरने पर बैठे थे। आज दिन शुक्रवार को बीईओ चितरंगी धरना स्थल पहुंच कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया। 

दरअसल शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सरई के प्राचार्य उदय बहादुर सिंह पर स्थानीय कई छात्र-छात्राओं के अभिभावको ने गंभीर आरोप लगाते हुये 29 सितम्बर से विद्यालय के समीप क्रमिक अनशन शुरू कर दिया था। ग्राम पोड़ी के निवासी मैनेजर सिंह समेत अन्य ने प्राचार्य पर आरोप लगाते हुये कहा है कि इनके द्वारा भारी अनियमितता की गई और विद्यालय का कामकाज प्राचार्य के पुत्र अंकि त सिंह के द्वारा किया जा रहा है। प्राचार्य पर यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि वे विद्यालय में कभी कभार आते हैं, जिसके चलते छात्रों का भविष्य अंधकार में डूबता जा रहा है। शिकायत के बाद जांच हुई, कई आरोप सही पाये गये। 24 सितम्बर को प्राचार्य डीईओ प्रतिवेदन के आधार पर तत्कालीन कलेक्टर चन्द्रशेखर शुक्ला ने प्राचार्य को निलंबित किये जाने का प्रस्ताव संभागायुक्त  रीवा के यहां भेजा गया था, लेकिन अभी तक कार्रवाई नही हुई। प्राचार्य पर अन्य आरोप लगाते हुये नवागत कलेक्टर का ध्यान भी आकृष्ट कराया है। इधर 12 दिनों से अनशन कर रहे गांव क्षेत्र के प्रबुद्धजनों को समझाने-बुझाने के लिए आज बीईओ चितरंगी पहुंंचे, जहां बीईओ ने आश्वस्त किया कि प्राचार्य के विरूद्ध शीघ्र कार्रवाई होगी। इसके बाद धरने को स्थगित कर दिया गया। 

कई छात्रों को नही मिली पाठ्य पुस्तके

उमा विद्यालय लमसरई में अध्ययनरत कई छात्रों के अभिभावको ने बताया कि नवीन सत्र आरंभ होने के करीब छ: महीने बाद भी कक्षा 9वीं के करीब 30 फीसदी छात्रों एवं कक्षा 10वीं में हिन्दी विषय की पुस्तके नही दी गई हैं। वहीं कक्षा 11वीं में अंग्रेजी के अलावा अन्य कई पुस्तके नही मिली हैं। इसके अलावा कक्षा 12वीं के विज्ञान विषय की पुस्तके न दिये जाने से यहां का पठन-पाठन भगवान भरोसे है और छात्रों के अभिभावको ने यहां तक बताया कि छात्र-छात्राएं प्राचार्य के डर के कारण चुप रहेते हैं।

संवाददाता :- आशीष सोनी