विंध्य क्षेत्र की 59 प्रतिभाओं का हुआ सम्मान
बघेलखंड सांस्कृतिक भवन ट्रस्ट, भोपाल द्वारा प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। यह आयोजन विंध्य क्षेत्र की उन प्रतिभाओं को समर्पित रहा, जिन्होंने अपनी मेहनत, लगन और संकल्प से प्रदेश और देश में क्षेत्र का नाम रोशन किया है। समारोह में प्रदेशभर से आए विभिन्न संवर्गों में चयनित 59 अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर बघेलखंड सांस्कृतिक भवन ट्रस्ट ने गौरवान्वित किया। इस अवसर पर "बघेली दर्पण स्मारिका" और दिनेश कुमार गहरवार द्वारा लिखित पुस्तक "विंध्य प्रदेश का राजनैतिक इतिहास" का विमोचन भी किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि विंध्य क्षेत्र सदैव प्रतिभाओं की भूमि रहा है। यहां की धरती वनों, खनिजों और सफेद शेर के लिए तो प्रसिद्ध है ही, साथ ही यह विद्वता और संस्कृति के लिए भी जानी जाती है। उन्होंने कहा कि बघेलखंड सांस्कृतिक भवन वास्तव में बघेलखंड का घर है, जहां से पूरे क्षेत्र की एकता, संस्कृति और पहचान झलकती है।
इस दौरान बघेलखंड सांस्कृतिक भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ‘राहुल भैया’ ने कहा कि रीवा संभाग का कौन-सा युवा कब कहां पहुंच जाए, इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि तानसेन और बीरबल जैसी ऐतिहासिक विभूतियों की भूमि आज भी नई प्रतिभाओं से भरी पड़ी है। कार्यक्रम के अंत में उन्होंने सभी अतिथियों, सहयोगियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह आयोजन समाज के उत्थान की दिशा में एक प्रेरक कदम है।
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री राधा सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि जीवन में छोटे हों या बड़े, जिनसे भी हमें कुछ अच्छा सीखने को मिले, हमें अवश्य सीखना चाहिए। यही जीवन में आगे बढ़ने का सबसे बड़ा मार्ग है।
रीवा के महापौर अजय मिश्र ‘बाबा’ ने कहा कि विंध्य क्षेत्र की नई पीढ़ी प्रदेश और देश की सेवा में समर्पित है। उन्होंने बघेली बोली के महत्व पर बल देते हुए कहा कि हमें कम से कम अपने क्षेत्र और अपने लोगों के बीच बघेली में बात करनी चाहिए, यह हमारी पहचान है।
बघेलखंड सांस्कृतिक भवन ट्रस्ट के महासचिव डॉ. कमलाकर सिंह ने कहा कि बघेल खंड सांस्कृतिक भवन ट्रस्ट अपने क्षेत्र की संस्कृति, अस्मिता और एकता के लिए कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि विंध्य की माटी से ऐसे सपूत निकले हैं, जिन्होंने देश की सुरक्षा और सेवा में अपनी प्रतिभा का परिचय दिया है। आर्मी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी और नेवी चीफ एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी जैसे विंध्य के सपूत इस धरती का गौरव हैं।
संवाददाता :- आशीष सोनी

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