मध्य प्रदेश में थम नहीं रहे रिश्वतखोरी के मामले! लोकायुक्त ने तहसील बाबू के साथ नायब तहसीलदार भी दबोचा

इंदौर में लोकायुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तहसील कार्यालय के बाबू को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया। इसी मामले में नायब तहसीलदार का नाम भी सामने आया है, जिस पर मिलीभगत के आरोप लगे हैं। लोकायुक्त सूत्रों के मुताबिक, शिकायतकर्ता ने जमीन संबंधी प्रकरण में फाइल आगे बढ़ाने के लिए रिश्वत की मांग की जानकारी दी थी। शिकायत की पुष्टि होते ही टीम ने जाल बिछाया और बाबू को रकम लेते ही दबोच लिया।

बताया जा रहा है कि यह रकम नायब तहसीलदार तक पहुंचाई जानी थी। लोकायुक्त ने दोनों पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। ताजा मामला के मुताबिक खुड़ैल तहसील के बाबू को लोकायुक्त की टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। ये कार्रवाई इंदौर शहर के ग्रेटर ब्रजेश्वरी के रहने वाले वकील कृष्ण कुमार डांगी की लोकायुक्त कार्यालय इंदौर में शिकायत दर्ज पर हुई है । शिकायत के मुताबिक उनकी विधवा बुआ भगवंति बाई की भूमि के नामांतरण के लिए बाबू नरेंद्र नरवरिया ने नायब तहसीलदार खुड़ैल दयाराम निगम के साथ  50 हजार रुपए की मांग की थी।

बाबू के साथ नायब तहसीलदार भी दबोचा गया

लोकायुक्त ने जाल बिछाते हुए कार्रवाई को अंजाम दिया। आवेदक कृष्ण कुमार को तहसील कार्यालय खुड़ैल में रिश्वत के पैसे देने के लिए बुलाया, जहां पहले ही लोकायुक्त की टीम मौजूद थी। लिहाजा  पुलिस ने बाबू के साथ ही नायब तहसीलदार दयाराम निगम को भी आरोपी बनाया है।आगे की जांच जारी है!