बागसेवनिया थाना पुलिस के अनुसार, एम्स के ब्लड बैंक शाखा प्रभारी और असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. ज्ञानेंद्र प्रसाद ने कुछ समय से प्लाज्मा और रक्त यूनिट की अनियमितता की शिकायतों को गंभीरता से लिया। इस पर उन्होंने निगरानी बढ़ाई और सीसीटीवी कैमरों की मदद से पूरे ब्लड बैंक पर नजर रखी। 28 सितंबर की रात करीब 9 बजे यह देखा गया कि आउटसोर्स के तहत कार्यरत लैबटेक्नीशियन अंकित केलकर दो यूनिट प्लाज्मा निकालते हुए दिखाई दिया, जिसे उसने एक अज्ञात व्यक्ति को सौंप दिया। पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई। जब अस्पताल प्रबंधन ने कर्मचारी से पूछताछ करनी चाही, तो वह अस्पताल से फरार हो गया।
एम्स प्रबंधन की रिपोर्ट पर एफआइआर दर्ज
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