ईसागढ़ के पास यात्रियों से भरी बस में लगी भीषण आग मामले में— हेड कांस्टेबल अरविंद रघुवंशी और क्लीनर छोटू केवट बने जीवन रक्षक, एसपी ने किया सम्मानित


अशोकनगर जिले के ईसागढ़ क्षेत्र में शनिवार की रात उस समय हड़कंप मच गया जब यात्रियों से भरी एक बस में अचानक आग लग गई। कुछ ही पलों में बस धधक उठी, यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई, लेकिन हादसा एक त्रासदी में बदलने से पहले ही दो वीर आगे आए — हेड कांस्टेबल अरविंद रघुवंशी जो अशोक नगर जिले के कदवाया थाने में पदस्थ है । जब की बस के क्लीनर का नाम छोटू केवट।

खतरे की परवाह किए बिना दोनों ने आग की लपटों और धुएं के बीच फंसे यात्रियों को बाहर निकालना शुरू किया। दोनों ने अपनी जान की बाजी लगाकर दर्जनों लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। उनकी सूझबूझ और हिम्मत से एक बड़ी जनहानि टल गई।

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस व फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया गया। बस पूरी तरह जलकर खाक हो गई, लेकिन यात्रियों की जान सुरक्षित रही — जिसका श्रेय इन दोनों बहादुरों की तत्परता को जाता है।

अशोकनगर पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने क्लीनर छोटू केवट के साहस और मानवता की भावना की सराहना करते हुए उन्हें सम्मानित किया।

एसपी ने कहा — “छोटू केवट जैसे आम नागरिक ही असली हीरो हैं, जो संकट की घड़ी में दूसरों की जान बचाने के लिए अपने प्राणों की बाजी लगा देते हैं। यह कार्य प्रेरणादायक और गर्व का विषय है।”

यह घटना साबित करती है कि असली वीरता वर्दी से नहीं, इंसानियत से पहचानी जाती है।

संवाददाता :- मोहम्मद आरिफ