मेडिकल ऑफिसर और सुपरवाइजर की गिरी हुई हरकत, विधवा महिला को भी नहीं छोड़ा

मध्यप्रदेश में धूस लेने वाले कर्मचारियों के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे है,न पद की गरिमा का ख्याल और न मानवता का। ताजा मामला सिंगरौली से  सामने आय़ा है। मेडिकल ऑफिसर और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के सुपरवाईजर को रंगे हाथों रिश्वत लेते लोकायुक्त ने पकड़ लिया है।

जानकारी के मुताबिक रिश्वत लेने का ये मामला चितरंगी तहसील के बगैया गांव का है। शिकायतकर्ता फूलमती ने 30 सितंबर को लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी।  कहा था कि उसके पति की मौत सांप के काटने से से हुई थी। पति की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सर्पदंश से मौत होने की बात लिखने के एवज में चितरंगी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ मेडिकल ऑफिसर अमरजीत सिंह और सुपरवाईजर राजकुमार बैस ने 1 लाख रूपये मांगे थे। इसी शिकायत पर लोकायुक्त ने कार्रवाई को अंजाम दिया।  

मेडिकल ऑफिसर और सुपरवाइजर का काला कारनामा

लोकायुक्त टीम ने फूलमती सिंह की शिकायत पर कार्रवाई की और दोनों घूसखोर कर्मचारियों को दबोच लिया। 3 अक्टूबर को लोकायुक्त ने फूलमती सिंह को रिश्वत के 30 हजार रूपये देने के लिए भेजा। मेडिकल ऑफिसर और सुपरवाईजर ने महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चितरंगी बुलाया। लेकिन वहां पर पहले से ही मौजूद लोकाय़ुक्त टीम ने दोनों को   रिश्वत के 30 हजार रूपये के साथ पकड़ लिया। लिहाजा दोनों के खिलाफ आगे की  जांच जारी है।