कांग्रेस जिला अध्यक्षों के विवाद पर जीतू पटवारी की सफाई, सर्वे के आधार पर हाईकमान ने लिया फैसला


मध्यप्रदेश में कांग्रेस जिला अध्यक्षों के विवाद पर प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सफाई दी है। चयन प्रक्रिया को लेकर खुलासा करते हुए कहा – पहले स्थानीय नेताओं के हाथ में चयन प्रक्रिया होती थी, अब सर्वे के आधार पर ऊपर की लीडरशिप ने फैसला लिया है। दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, कमलेश्वर पटेल, अरुण यादव के बयानों को पॉजिटिव बताया। कहा- गुटबाजी खत्म कर कांग्रेस पार्टी को मजबूत करेंगे। उन्होंने 100 फीसदी कांग्रेस की सरकार बनने का दावा किया है। बीजेपी गुटबाजी के आरोप लगाती है। कांग्रेस सामूहिक नेतृत्व से आगे बढ़ रही है।

कमलनाथ और दिग्विजय दोनों से सहयोग

कांग्रेस संगठन और नेताओं के बयानबाजी को लेकर पहली बार पीसीसी चीफ जीतू पटवारी का बयान सामने आया है। जीतू पटवारी का कहना है कि कमलेश्वर पटेल, अरुण यादव ने जो बातें कही है वह पॉजिटिव बातें थी। दोनों ने पार्टी को मजबूत करने बात कही। कमलेश्वर पटेल ने एक जूता की बात और अरुण यादव ने विचारधारा की बात करी।

मीडिया पर उठाए सवाल

विचारधारा पर नहीं चलेंगे तब भी कुछ नहीं मिलेगा। संगठन संरक्षण से कुछ लोग नाराज हो सकते हैं। उन्होंने पार्टी के खिलाफ भी बयानबाजी की, अनुशासनहीनता भी करी। मुझे कमलनाथ और दिग्विजय सिंह दोनों से हमेशा सहयोग मिलता है साथ ही मीडिया पर भी जीतू पटवारी ने सवाल उठाए और कहा कि मीडिया कांग्रेस की छोटी सी बात को बड़ी कर देती है।

मार्च 2026 में उमंग और जीतू पटवारी बदल दिए जाएंगे

कांग्रेस नेताओं के वीडियो को लेकर भोपाल से बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा- जितने भी वीडियो जारी हो रहा है, 2025 और 26 तक जारी होंगे। मार्च 2026 में उमंग और जीतू पटवारी सब बदल दिए जाएंगे, लिहाजा अपनी योजना भी बदल ले। ये दिग्विजय सिंह को पचा नहीं पा रहे। दिग्विजय से सोचा था कि अपने लड़के जयवर्धन का कई गुना विस्तार करेंगे, लेकिन उन्हें गुना तक सीमित कर दिया। जयवर्धन का विस्तार गुना में खत्म हो गया। गुना में अटक गए दिग्विजय सिंह और जयवर्धन। दिग्विजय सिंह का वार कांग्रेस में कोई झेल नहीं पता, इतिहास गवाह है, कांग्रेस को चौपट कर दिया।

संवाददाता :- आशीष सोनी