आखिर नरसिंहपुर जिले के अंतर्गत आने वाले बगासपुर की महिलाओं ने मकान तोड़ने का क्यों किया विरोध ?
ग्रामीणों ने मांग की है कि अगर किसी सरकारी योजना के लिए भूमि की जरूरत है, तो गरीब निवासियों को विस्थापित न किया जाए। उन्होंने सुझाव दिया कि 250 से अधिक परिवारों को बेघर होने से बचाने के लिए परियोजना के लिए अन्य उपयुक्त भूमि का इस्तेमाल किया जाए।
ज्ञापन के साथ, ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री आवास योजना और इंदिरा आवास योजना से संबंधित दस्तावेज भी प्रशासन को सौंपे।
मामले पर डिप्टी कलेक्टर देवंती परते ने बताया कि बगासपुर में उद्योग विभाग को भूमि आवंटित की गई है। उन्होंने स्वीकार किया कि इस भूमि पर लगभग 25-30 वर्षों से प्रधानमंत्री आवास,इंदिरा आवास और शौचालय बने हुए हैं। ग्रामीणों की मांग है कि उन्हें वहां से न हटाकर उद्योग विभाग का काम पीछे की शासकीय भूमि से शुरू किया जाए। डिप्टी कलेक्टर ने बताया कि ज्ञापन कलेक्टर को प्रेषित कर दिया गया है और इस पर आगे का निर्णय उनके द्वारा लिया जाएगा।
संवाददाता :- दीपक मालवीय

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