हार के बाद दुखी मन से बोले- नरेश मीणा ‘ईमानदारी हार गई, भ्रष्टाचार जीत गया’
अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए मीणा ने कहा, “मैं एक किसान का बेटा हूं और मैंने 26 महीने में यह तीसरा चुनाव लड़ा। सर्वसमाज ने जिस तरह का प्यार दिया, उसके लिए मैं आभारी हूं। हमारी लड़ाई भ्रष्टाचार और ईमानदारी के बीच की लड़ाई थी। मुझे इस बात का दुख है कि आज ईमानदारी हार गई और भ्रष्टाचार जीत गया।”
उन्होंने यह भी याद दिलाया कि पिछले ढाई दशक से वह संघर्ष कर रहे हैं और अंता में यह उनका तीसरा चुनाव था। इस चुनाव में उन्हें 53 हजार से अजादा वोट मिले। गौरतलब है कि कांग्रेस से टिकट न मिलने के बाद नरेश मीणा ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था, जिससे अंता सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय हो गया।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मीणा के मैदान में उतरने से बीजेपी प्रत्याशी मोरपाल सुमन को सबसे अधिक नुकसान हुआ। वहीं, कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास ने एक बयान में दावा किया था कि नरेश मीणा के चुनाव लड़ने से बीजेपी और कांग्रेस दोनों को नुकसान हुआ हैं।
संवाददाता :- खुशी ढ़िमोले

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