एमपी की इस पंचायत में सत्ता परिवर्तन का रास्ता साफ, मनमानी के चलते लाया गया था अविश्वास प्रस्ताव
लंबे समय से पगार कला पंचायत के भीतर असंतोष और आंतरिक खींचतान की चर्चा चल रही थी। जिसका परिणाम मतदान में साफ नजर आया। कुल 19 सदस्यों ने मतदान प्रक्रिया में भाग लिया और बहुमत ने सरपंच के खिलाफ अविश्वास जताया। गौरतलब है कि इससे पहले भी लगभग एक वर्ष पूर्व सरपंच गोपिका कुशवाहा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। उस समय एक मत के रिजेक्ट हो जाने के कारण वह अपना पद बचाने में सफल रहे थे। लेकिन इस बार विपक्ष पूरी तरह एकजुट नजर आया और निर्णायक बढ़त के साथ अविश्वास प्रस्ताव पारित करा लिया।
अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान की प्रक्रिया शांतिपूर्ण और चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न हुई। मतदान के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए थे। मौके पर तहसीलदार बिरसिंहपुर शैलेंद्र शर्मा, सभापुर थाना प्रभारी निरीक्षक शंखधर द्विवेदी समेत भारी पुलिस बल व राजस्व टीम मौजूद रही।
सुरक्षा व्यवस्था के चलते पंचायत परिसर और आसपास के क्षेत्र में पुलिस की सतत निगरानी बनी रही। मतदान के नतीजे घोषित होते ही पंचायत में राजनीतिक हलचल तेज हो गई। विपक्षी खेमे में जहां जीत को लेकर उत्साह देखा गया, वहीं सरपंच समर्थकों में मायूसी छा गई। अब नियमानुसार आगे की प्रक्रिया पूरी कर पंचायत में नए नेतृत्व के चयन की तैयारी की जाएगी।
संवाददाता :- आशीष सोनी

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