मध्यप्रदेश में फर्जी शिक्षक घोटाला: परिवार-रिश्तेदारों को कागजों में टीचर बताकर सालों तक सैलरी देता रहा बाबू, कलेक्टर ने शुरू की जांच
दरअसल, पनागर विकासखण्ड का यह पूरा मामला है। भोपाल SFIC ने डाटा एनलाइज कर कलेक्टर को पत्र लिखकर इस भ्रष्टाचार के खेल की जानकारी दी। जहां यह बताया गया कि कार्यालय के बाबू ने अपने परिवार और रिश्तेदारों के नाम जोड़ कर उन्हें कागजों में टीचर घोषित कर दिया। आशंका जताई गई कि इन लोगों के खातों में दिख रहे पैसे गबन के हो सकते हैं। मामला संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर ने अकाउंट फ्रीज करवा दिया और अधिकारी रोहित सिंह कौशल को जांच की जिम्मेदारी सौंप दी।
वरिष्ठ कोषालय अधिकारी विनायिका लकरा ने संभावना जताई कि उन व्यक्तियों के ग्रांट के बिल हैं जो सैलरी से संबंधित हैं। कुछ कार्यालीन सम्बंधित बिल और कुछ HRA के बिल हैं। प्रारंभिक तौर पर यह सामने आया है। ज्यादा जानकारी अब तक नहीं आई है, जांच जैसे आगे बढ़ेगी, जो भी तथ्य सामने आएंगे, उस हिसाब से कार्रवाई होगी।
संवाददाता :- आशीष सोनी

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