पचखोरा में खनिज विभाग की बड़ी कार्रवाई कांग्रेस नेता संदीप शाह पर अवैध रेत परिवहन का लग रहा आरोप
सिंगरौली जिले के पचखोरा क्षेत्र से एक बार फिर अवैध रेत परिवहन का मामला सामने आया है, जिसमें खनिज विभाग ने कड़ी कार्रवाई करते हुए एक बिना नंबर की हाईवा को जब्त कर लिया। यह कार्रवाई देर रात उस समय की गई, जब इलाके में गुप्त सूचना के आधार पर खनिज विभाग की टीम ने अचानक दबिश दी। हाईवा में रेत भरी हुई थी, लेकिन मौके पर न तो कोई चालक मिला और न ही वाहन से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत किए जा सके।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि जब्त हाईवा का संबंध स्थानीय कांग्रेस नेता संदीप शाह से जुड़ा बताया जा रहा है। हालांकि विभागीय अधिकारियों का कहना है कि अभी वाहन स्वामित्व की पुष्टि की जा रही है। स्थानीय ग्रामीणों और कुछ शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि संदीप शाह के प्रभाव वाले इलाके में लंबे समय से रेत के अवैध परिवहन का नेटवर्क सक्रिय है।
रात के अंधेरे में होती रेत की ढुलाई
पचखोरा और आसपास के क्षेत्रों में नदी-नालों से अवैध रेत निकासी का खेल लंबे समय से जारी है। ग्रामीणों का कहना है कि रात होते ही बिना नंबर के वाहन रेत भरकर निकल जाते हैं। कई बार प्रशासन को शिकायत दी गई, लेकिन बड़े स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई न होने से अवैध कारोबारी लगातार सक्रिय बने हुए थे। इस बीच खनिज विभाग द्वारा की गई यह कार्रवाई इलाके में चर्चाओं का विषय बनी हुई है।
खनिज विभाग की टीम की कार्रवाई
सूत्रों के अनुसार सोमवार देर रात खनिज विभाग ने गश्ती के दौरान उक्त हाईवा को संदिग्ध पाया। जांच में पता चला कि वाहन का कोई नंबर नहीं है और उस पर रेत भरी हुई है। अधिकारियों ने तत्काल वाहन को जब्त कर तहसील कार्यालय परिसर में खड़ा कराया।
एक अधिकारी का आया बयान
“अवैध रेत परिवहन के खिलाफ अभियान लगातार चल रहा है। बिना नंबर वाहन की स्थिति में कठोर कार्रवाई की जाती है। वाहन के स्वामित्व, रेत के स्रोत, और परिवहन की मंशा की जांच की जा रही है।”
राजनीतिक उथल पुथल हुई तेज
जैसे ही हाईवा का संबंध कांग्रेस नेता संदीप शाह से होने की बात सामने आई, मामला राजनीतिक रूप से गर्मा गया। विरोधी दलों का कहना है कि खनिज माफिया को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है, जिसके कारण सिंगरौली में अवैध रेत का व्यापार फल-फूल रहा है।
वहीं कांग्रेस समर्थक इस मामले को साजिश करार दे रहे हैं और इसे राजनीतिक बदले की भावना से जोड़ रहे हैं।
ग्रामीणों ने लगाए कई गंभीर आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि नदी तटों से जैसे-तैसे रेत की निकासी की जा रही है, जिससे पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है। सरकार को रॉयल्टी में करोड़ों का नुकसान हो रहा है, जबकि स्थानीय प्रशासन कई बार मौन नजर आता है।
एक ग्रामीण ने तो यहां तक कहा कि रात के समय कई वाहन निकलते हैं। हमने कई बार अधिकारियों को जानकारी दी, लेकिन कोई रोक-थाम नहीं हुई। अब जाकर एक हाईवा पकड़ी गई है, लेकिन यह पूरे नेटवर्क का सिर्फ एक छोटा हिस्सा है।”
विभाग आगे क्या कानूनी कार्रवाई करता है
खनिज विभाग अब वाहन मालिक की पहचान की प्रक्रिया में लगा है। स्वामित्व की पुष्टि होने पर संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। भारी जुर्माना, रॉयल्टी रिकवरी और संभावित कानूनी कार्रवाई की संभावना भी जताई जा रही है।
पचखोरा में पकड़ी गई बिना नंबर हाईवा ने एक बार फिर सिंगरौली में अवैध रेत परिवहन के बड़े रैकेट का पर्दाफाश कर दिया है। मामले में राजनीतिक रंग चढ़ने के बाद अब सबकी नजरें खनिज विभाग की आगे की कार्रवाई पर टिकी हुई हैं।
संवाददाता :- आशीष सोनी

0 Comments