अशोकनगर जिला अस्पताल में बवाल, नर्सिंग स्टाफ ने सिविल सर्जन पर लगाए गंभीर आरोप


जिला अस्पताल अशोकनगर में उस समय विवाद खड़ा हो गया जब नर्सिंग स्टाफ ने सिविल सर्जन पर अनुचित एवं आपत्तिजनक व्यवहार के गंभीर आरोप लगाए। मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया।

जानकारी के अनुसार, जिला अस्पताल में पदस्थ एक स्टाफ नर्स जब अवकाश (छुट्टी) संबंधी आवेदन लेकर सिविल सर्जन के कक्ष में पहुंची, उसी दौरान सिविल सर्जन डॉ. भूपेंद्र शेखावत द्वारा कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी की गई। नर्स का आरोप है कि सिविल सर्जन ने उनसे “एप्रन उतारकर दिखाने” जैसी बात कही, जिसे उन्होंने बेहद अपमानजनक और शर्मनाक बताया।

घटना से आक्रोशित नर्सिंग स्टाफ ने एकजुट होकर कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपर कलेक्टर को लिखित शिकायत सौंपी और मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की। नर्सिंग स्टाफ का कहना है कि इस तरह का व्यवहार कार्यस्थल की गरिमा के खिलाफ है और महिला कर्मचारियों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करता है।

वहीं, दूसरी ओर सिविल सर्जन डॉ. भूपेंद्र शेखावत ने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए उनका खंडन किया है। उनका कहना है कि संबंधित बातचीत चिकित्सकीय जांच के संदर्भ में हुई थी और किसी भी प्रकार की अशोभनीय टिप्पणी नहीं की गई।

इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएमएचओ डॉ. अलका त्रिवेदी ने भी आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि पूरे प्रकरण की जानकारी ली जा रही है और तथ्यों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

फिलहाल, यह मामला शिकायत और जांच के स्तर पर है। अभी तक न तो किसी प्रकार की एफआईआर दर्ज होने की पुष्टि हुई है और न ही किसी विभागीय जांच के आदेश की आधिकारिक सूचना सामने आई है। हालांकि, नर्सिंग स्टाफ ने स्पष्ट किया है कि यदि उन्हें न्याय नहीं मिला तो वे आगे आंदोलन का रास्ता भी अपना सकते हैं।

संवाददाता :- मोहम्मद आरिफ़