मां की हर बेटी को समर्पित को समर्पित
कितनी पूजा पाठ करो
चाहे कितना दान पुण्य
किया नहीं मान जननी का
निष्फल कार्य हो हर दिन
व्यर्थ रहेगा मानव जीवन
मां का जो अपमान करें
मां भक्ति है मां शक्ति है
जीवन का उत्सव है मां
सर्दी गर्मी पाला तुमको
रातों में न सोई थी
हंसते तुम ,देख खुश होती
दर्द सहकर तेरा, कितना रोई थी
हो कारण आए आंसू जब
जीवन व्यर्थ हो जाएगा
मां ममता है मां क्षमता है
मां का आशीर्वाद अटल
गुरु प्रथम हर ज्ञान कराती
जीवन पथ पर चलना सिखाती
ना दुखी करो हृदय माता का
सब तेरे होंगे कार्य सफल
लहूलुहान ना हो पैर तुम्हारा
उठा गोद ले आई थी
खुद कांटो पर चलकर मां
ना पीड़ा किसी को बताई थी
मां को हम प्रणाम है करते
मां का आशीर्वाद मिले
हर बेटी को मां का प्यारा
हर मां को बेटी मिली...
लेखक : सफलता मुजावदिया
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