सांठगांठ से रिजेक्ट माल रखा जा रहा अग्रवाल वेयरहाउस में, गेंहू की बोरी से निकले ईंट और पत्थर के टुकड़े
सरकार किसानों की माली हालत सुधारने लाख जतन कर ले लेकिन उन योजनाओं को अमलीजामा पहनाने वाले सरकार की योजनाओं का फायदा किसानों को नहीं खुद अपना पेट भरने और भ्रष्टाचार करने में लगे हैं, जवकि किसान अपनी फसल का पैसा मिलने दर व दर भटकने मजवूर है। ऐंसा ही वाक्या एक वार फिर लगातार चर्चाओं में रहने वाले अग्रवाल वेयरहाउस में विगत दिवस घटा, जब अधिकारियों और समिती प्रवंधकों की मिली भगत से किसानों के इतर रद्दी माल फेल होने के वावजूद किसानो के नाम पर वेयरहाउस में रखा जाने लगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अग्रवाल वेयरहाउस में तैनात सर्वेयरों शंकर कुर्मी और राजू सींग ने एक आवेदन पत्र एसडीएम दमोह को देते हुए शिकायत की कि 12 मई 23 को एमपी 34 एच 0573 से अग्रवाल वेयरहाउस में समिति द्वारा किसानों का खरीदा माल जो हमलोगों द्वारा गुणवत्ता हीन होने पर फेल कर दिया था, उसे 13 मई 23 को विना अपग्रेड चालान के वेयरहाउस में खाली करा लिया गया है, जिसकी जवावदारी सर्वेयरों की नहीं होगी।
खबर लगते ही भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष गुड्डू पटेल वेयरहाउस पहुंचे और उन्होंने वेयरहाउस आयी हुई गाड़ियों के माल को चैक किया तो वह बोरियों में भर हुआ अनाज देखकर दंग रह गए। अनाज की बोरियों में से पत्थर और ईंट के टुकड़े निकल रहे थे, जब ऊपर की बोरियों की ये हालत है तो गाड़ी में लाये गए पूरे माल की क्या हालत होगी। जो कि खाने योग्य भी नहीं था, जिसकी शिकायत उनके द्वारा तुरंत कलेक्टर दमोह मयंक अग्रवाल से की गयी। गुड्डू पटैल भाजपा किसान मोर्चा का कहना है कि यदि कोई चैक कर ले तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा। उनका कहना है कि यह रद्दी माल किसानों का है ही नहीं, किसानों के नाम पर समितियों द्वारा व्यापारियों से व्लैक में खरीदा गया है, यह खेल खुलेआम अधिकारियों के संरक्षण में हो रहा है। इस भ्रष्टाचार से खराब रद्दी माल को खपाने वाले गुट इतना वडा है कि वे घटिया माल को रिजेक्ट करने वाले सर्वेयरों को धमकाकर चुप रहने कहते हैं, उन्हें व्लैकमेल करते हैं यहां तक की नौकरी से निकलवाने तक की धमकी देते हैं और रिजेक्ट माल विना अपग्रेड किये सीधा वेयरहाउस में रखवा देते हैं।
संवाददाता : राहुल नामदेव
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